दिग्विजय सिंह ने कहा दिल्ली की हिंसा एक षडयंत्र था.
उज्जैन : दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) से जब ये पूछा गया कि प्रदेश में भी अब कई शहरों और जगहों के नाम बदलने की बात हो रही है तो उन्होंने कहा 9 करोड़ लोगों की नौकरी चली गयी. शहर और जगह के नाम बदलने से क्या होगा.
उज्जैन पहुंचे कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विजय सिंह और उनके पुत्र राजयवर्धन सिंह ने उज्जैन के निजी कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद महाकाल के दर्शन किये. वो महाकाल मंदिर में होने वाली भोग आरती में शामिल हुए. इस मौके पर कई कांग्रेस नेता भी उनके साथ थे.
हमारा मामला है हम तय कर लेंगे
आरती में सम्मलित होने के बाद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात की. उन्होंने दिल्ली में हुई हिंसा और आने वाले नगर निकाय चुनाव के बारे में अपनी बाकत कही. उन्होंने एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किये.लेकिन जब नये कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के संबंध में उनसे सवाल किया गया तो बुरी तरह झल्ला गए और उल्टा पत्रकार से ही सवाल पूछ बैठे, कि क्या तुम कांग्रेस में हो. ये हमारा मामला है. हम तय कर लेंगे.सरकार का षड़यंत्र
दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा.उन्होंने ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली और अन्य जगहों पर हुई हिंसा को लेकर सवाल खड़े किये. इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि दिल्ली पुलिस के रूट बदलने से विवाद बढ़ा और वही हिंसा का कारण बना. 15 लोग जो किसानों ने पकड़ कर दिए हैं,उनका नाम उजागर होना चाहिए. उन सब के पास सरकारी आईडी मिली है. ये हिंसा फैलाने के लिए षड़यंत्र था.
मीडिया से विनती
दिग्विज सिंह ने कहा-मीडिया से मेरी प्रार्थना है कि इन सब के बहकावे में ना आएं. उमा भारती और प्रज्ञा ठाकुर पर भी उन्होंने निशाना साधा.दिग्विजय सिंह से जब ये पूछा गया कि प्रदेश में भी अब कई शहरों और जगहों के नाम बदलने की बात हो रही है तो उन्होंने कहा 9 करोड़ लोगों की नौकरी चली गयी. शहर और जगह के नाम बदलने से क्या होगा. आने वाले निकाय चुनाव को लेकर कहा जब तक ईवीएम है तब तक बीजेपी अहम और अहंकार में है. जिस दिन ईवीएम हट जाएगी उस दिन पता चल जाएगा कि जमीन किसके पास है. जनता किसके साथ है.