मप्र सरकार ने किसानों के लिए फसल ओपीडी की शुरुआत की है. (प्रतिकात्मक फाइल)
मध्य प्रदेश सरकार ने खराब होने वाले फसलों के इलाज के लिए फसल OPD खोलने का फैसला लिया है. इसकी शुरुआत कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा से की गई है.
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January 29, 2021, 11:56 AM IST
दरअसल मध्य प्रदेश सरकार ने खराब होने वाले फसलों के इलाज के लिए फसल OPD खोलने का फैसला लिया है. इसकी शुरुआत कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा से की गई है. अब किसी किसान की फसल खराब हो रही है या फिर फसल में किसी तरीके की बीमारी है तो वह किसान तत्काल उस फसल का फोटो WhatsApp पर भेज कर ओपीडी में बैठे डॉक्टर से सलाह और उसका इलाज ले सकता है. यानी घर बैठे किसान की खराब और बीमार फसल ठीक हो सकती है.
रासायनिक की जगह जैविक खेती करें किसान
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि किसान कीट-व्याधि युक्त फसल का फोटो WhatsApp पर भेजकर मोबाइल पर ही हल जान सकते हैं. उन्होंने हाल ही में हरदा में प्रदेश की प्रथम फसल ओपीडी का शुभारंभ किया. पटेल ने हरदा में 37 लाख 12 हजार रुपये की लागत से नव-निर्मित कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रशासकीय भवन का शुभारंभ भी किया. मंत्री कमल पटेल ने किसानों से अनुरोध किया कि वे भूमि की उर्वरा शक्ति को बचाए रखने के लिए धीरे-धीरे रासायनिक खेती को जैविक खेती में बदलें. पटेल ने निर्देशित किया कि सभी जिलों में स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र फसलों के उपचार के लिये फसल ओपीडी को शीघ्रता से प्रारंभ करें.प्रदेशभर में खुलेगी फसल ओपीडी
कृषकों को उनकी फसल में लगने वाली कीट-व्याधि की पहचान तथा त्वरित उपचार के उपाय मोबाइल पर उपलब्ध कराने के लिए ही प्रदेश में OPD खोली जा रही है. कमल पटेल ने कृषि वैज्ञानिकों और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर गांव में किसान चौपालों का आयोजन कर फसल OPD की जानकारी प्रदान करें. किसानों की फसलों में लगने वाली कीट-व्याधियों से संबंधित समस्याओं का समाधान चौपालों में ही करें. पटेल ने कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों को रबी और खरीफ की फसलों में लगने वाली बीमारियों एवं उनके उपचार बावत कैलेण्डर तैयार करने के निर्देश भी दिए. अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फसल ओपीडी हरदा में खोली गई है. इसके बाद हर जिले में सरकार का फसल ओपीडी खोलने का पूरा प्लान है.