BECAUSE INDIA COMES FIRST: राम माधव की किताब का विमोचन आज

BECAUSE INDIA COMES FIRST: राम माधव की किताब का विमोचन आज


राम माधव की किताब BECAUSE INDIA COMES FIRST का विमोचन होना है. (फाइल फोटो)

राम माधव की नई किताब BECAUSE INDIA COMES FIRST. इस किताब का विमोचन भोपाल में होगा और इसमें मौजुद होंगे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    January 30, 2021, 10:37 AM IST

बीजेपी के पूर्व महासचिव और संघ के प्रवक्ता रहे राम माधव इन दिनो खामोश भी हैं और व्यस्त भी. पार्टी की नए पदाधिकारियों की टीम में भले ही उन्हें जगह नहीं मिली हो, लेकिन वो अपना समय पढ़ने-लिखने और रिसर्च में बिता रहे हैं. पिछले कुछ महीने की मेहनत का नतीजा शनिवार यानि 30 जनवरी को देश के सामने आएगा. वो है राम माधव की नई किताब BECAUSE INDIA COMES FIRST. इस किताब का विमोचन भोपाल में होगा और इसमें मौजुद होंगे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार. अब लोग सोंच रहे होंगे की इस किताब में ऐसा कुछ न कुछ तो होगा जो सुर्खियां बटोरे. लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं है. राम माधव ने अपनी इस पुस्तक में भारत की कहानी का विश्लेण किया है जिसमें भारत सर्वोपरी है.

इस किताब में राम माधव के लिखे गए कई सामयिक लेखों को शामिल किया गया है. राम माधव कहते हैं कि एक तरफ इन लेखों के माध्यम से भारत के ग्रैंड नरेटीव को सामने लाया गया है तो दूसरी तरफ भारतीय चिंतनधारा के आलोक में वैश्विक पटल पर राजनीति, धर्मनीति और लोकनीति को समझाने की कोशिश की गई है. राम माधव जम्मू कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों के प्रभारी रहे और यहां बीजेपी की बढ़ती पैठ पर हमेशा लिखते भी रहे. साथ ही अतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भारत का पक्ष भी मजबूती से अपने लेखों में सामने लाते रहे. राम माधव ने अपनी किताब में ये दर्शाने की कोशिश की है कि भारत ने किन मुल्यों और सिद्दातों से पूरी दुनिया को आकर्षित किया और भारतीय चिंतन ने कैसे मानव जाति को प्रबुद्ध करने और श्रेष्ठ बनाने की शुरुआत की है.

धर्म की चर्चा को इतिहास से जोड़ें

राम माधव लिखते हैं कि भारतीय विचारों से ही ब्रभावित होकर अल्बर्ट आइंस्टीन, मैक्स मुलर, मार्टिन लुथर जैसे चिंतकों ने भारतीय चिंतनधारा के प्रति आभार वयक्त किया था. राम माधव का मानना है कि धर्म ही भारत की आत्मा है जिस पर स्वामी विवेकानंद के खुद कहा है धर्म प्राण भारत. यानि धर्म भारत की वही आत्मा और प्राण है जिसे हजारों साल से हमारे श्रषि मुनियों ने अपनी तपस्या से पाया है. ये भारत की ऐसी कहानी है जो धर्म केन्द्रीत है जो राम और कृष्ण से लेकर , शिवाजी और राणाप्रताप तक हमारे पूरे इतिहास में विद्यमान है. राम माधव की पूरी कोशिश है आज धर्म के नाम पर चल रही चर्चा को भारत के इतिहास से जोड़ा जाए.








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