MP NEWS- मॉर्निंग वॉक के दौरान डॉक्टर को अगवा किया गया था.
Morena : पुलिस मानकर चल रही है कि रात को यदि अपहृत पुलिस के कब्जे में नहीं आता तो अपहरणकर्ता इसे राजस्थान के गूर्जर गैंग को सौंप सकते थे. उसके बाद ही फिरौती के लिए कॉल पहुंचता.
बताया जा रहा है कि मुरैना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के हिंगोना गांव के पास खेतों में बदमाशों के होने की सूचना पुलिस को मिली तो डायल 100 गाड़ी तत्काल मौके पर पहुंची.सम्भवतः डकैतों ने अपहृत को खेत में डालकर रखा था. लेकिन पुलिस की आहट पाकर वे भाग निकले. बेड़ियों में जकड़े 62 साल के बुजुर्ग को पुलिस ने वहां से कब्जे में लिया और थाने पहुंचाया.
कोहनी के बल चलवाया
बरामद हुए डॉक्टर ने अपना नाम राधकृष्ण गुरु बख्सानी बताया.उनका कहना है डकैतों ने कल उन्हें सुबह पांच बजे झांसी – कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से हथियारों की दम पर यह कहकर अगवा किया कि ददुआ का भतीजा बीमार है. उसे दिखाकर छोड़ जाएंगे. हालांकि बाद में डॉक्टर और परिजनों ने ददुआ कनेक्शन की पुष्टि नहीं की.लेकिन बदमाश प्रताड़ना देते हुए यहां ले आये और रात में हाथ – पैरों में बेड़ियां डालकर उन्हें एक किलोमीटर कोहनियों के बल खेतो में चलवाया.भीषण सर्दी होने के कारण जब वो चलने में असमर्थ हुए तो उन्हें पीटा भी गया और जबरन चलने को मजबूर किया गया.डिक्की में डाल कर ले गए बदमाश
डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने उन्हें उठाकर पहले सीट पर बिठाया और आगे ले जाकर कार की डिक्की में डाल दिया. वे झांसी से ग्वालियर आये और दिन भर ग्वालियर में कार घुमाते रहे. रात को मुरैना लेकर पहुंचे फिर खेत में ले गए.वहां बेड़ियों में जकड़कर कोहनी के बल एक किलोमीटर चलाया फिर खेत के भीतर छोड़कर चले गए.
नहीं मांगी फिरौती
खबर मिलते ही अपह्रत डॉक्टर का परिवार मुरैना पहुंच गया. उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से अभी तक कोई संपर्क नही किया और न ही फिरौती के लिए कोई फोन किया.पुलिस मानकर चल रही है कि रात को यदि अपहृत पुलिस के कब्जे में नहीं आता तो अपहरणकर्ता इसे राजस्थान के गूर्जर गैंग को सौंप सकते थे. उसके बाद ही फिरौती के लिए कॉल पहुंचता.