दुनिया की नंबर वन कंपनी Toyota ने दोहराया करिश्मा, भारत में कंपनी की सेल 92 प्रतिशत बढ़ी– News18 Hindi

दुनिया की नंबर वन कंपनी Toyota ने दोहराया करिश्मा, भारत में कंपनी की सेल 92 प्रतिशत बढ़ी– News18 Hindi


नई दिल्ली. टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) की घरेलू बाजार में बिक्री जनवरी में 92 प्रतिशत बढ़कर 11,126 यूनिट पर पहुंच गई. पिछले साल जनवरी में कंपनी ने घरेलू बाजार में 5,804 वाहन बेचे थे. TKM के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन सोनी ने रविवार को बयान में कहा, ‘हमारे लिए नया साल सकारात्मक रुख के साथ शुरू हुआ है और हमारी बिक्री मजबूत रही है. हमारी थोक बिक्री काफी उत्साहजनक है और साथ ही बुकिंग ऑर्डर भी उल्लेखनीय रूप से बढ़े हैं.’ उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस साल नयी फॉर्च्यूनर और लीजेंडर पेश की है. इन दोनों मॉडलों को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है. उन्होंने कहा कि पिछले साल नवंबर में पेश की गई नयी इनोवा क्रिस्टा को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.

दुनिया की नंबर वन कंपनी बनी टोयोटा-  जापान की जानीमानी कार निर्माता कंपनी Toyota Motor Corp ने इस साल विश्व में सबसे ज्यादा कार बेचने का रिकॉर्ड बनाया है. इससे पहले ये खिताब जर्मनी की कार निर्माता कंपनी Volkswagen के पास था. आपको बता दें Volkswagen पिछले 5 साल से विश्व की नंबर वन कार विक्रेता कंपनी बनी हुई थी. जिससे ये खिताब हाल ही में जापान की कार निर्माता कंपनी टोयोटा मोर्ट्स ने हासिल किया है.

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Toyota ने बेची इतनी कार- टोयोटा मोर्ट्स ने गुरूवार को बताया कि, इस साल उसकी बिक्री में 11.3 प्रतिशत की गिरावट आई है. ऐसे में कंपनी ने इस साल पूरे विश्व में 9 लाख 528 कारों की बिक्री की. वहीं जर्मन कार निर्माता कंपनी Volkswagen के जारी आंकड़ों पर नजर डाले तो उसकी कारों की बिक्री में भी 15.2 प्रतिशत की गिरावट आई है. ऐसे में Volkswagen ने इस साल पूरे विश्व में 9 लाख 305 कारों की बिक्री की. जिसके बाद टोयोटा कारों की बिक्री के मामले में पहले नंबर पर पहुंच गई.

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कोरोना की वजह से आई बिक्री में गिरावट- ऑटो कंपनियों का कहना है कि, इस साल कोरोना महामारी की वजह से कारों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है. वहीं इस दौरान लॉकडाउन में कार बनाने के कारख़ानों को भी बंद करना पड़ा. जिसके चलते कारों के प्रोडक्शन पर भी बड़ा असर हुआ. जिससे कारों की बिक्री बुरी तरह से प्रभावित हुई.

टोयोटा को इस वजह से हुआ कम नुकसान- टोयोटा मोर्ट्स के प्रवक्ता के अनुसार कोरोना महामारी में कंपनी को यूरोप की कंपनियों की अपेक्षा कम नुकसान हुआ है. जिसकी बड़ी वजह कोरोना महामारी का यूरोप की अपेक्षा एशिया में कम प्रभाव रहना बताया जा रहा है. वहीं टोयोटा का कहना है कि, इस साल इलेक्ट्रिक कारों की डिमांड में बढ़ोतरी हुई है. जो कि बीते वर्ष की तुलना में 3 प्रतिशत ज्यादा है.





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