IND VS ENG: भारत को हराने के लिए 600 रन बनाने की सोच रहा है इंग्लैंड! (फोटो-जोस बटलर इंस्टाग्राम)
जोस बटलर (Jos Buttler) ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले कहा कि टीम को जो रूट की पारियों से सीख लेकर बड़े स्कोर बनाने होंगे.
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात में पहली पारी में 350 रन के स्कोर को अच्छा माना जाता है लेकिन बटलर ने कहा कि कुछ युवा खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली उनकी मौजूदा टीम को समझना होगा कि भारत में अच्छा स्कोर 600 रन से भी अधिक हो सकता है.
भारत में बनाने होंगे 600-650 रन-बटलर
जोस बटलर ने कहा, ‘यह हालात से सामंजस्य बैठाना और उसके अनुसार खेलना है. इंग्लैंड के गेंद सीम और स्विंग करती है. उदाहरण के लिए पहली पारी में 300 रन का स्कोर बड़ा हो सकता है और अगर आप भारत में खेल रहे हो तो हम पहले दो दिन शानदार बल्लेबाजी विकेट पर खेलते हैं, अच्छा स्कोर 600-650 तक हो सकता है.’ बटलर का मानना है कि टीम के प्रत्येक सदस्य को श्रीलंका में रूट की चली राह पर चलना चाहिए जहां उन्होंने दिखाया कि बड़ी पारी कैसे बनाते हैं.बटलर ने कहा, ‘जो रूट इसके उदाहरण हैं और उन्होंने हमारे लिए श्रीलंका में ऐसा किया, दोहरा शतक जड़ा और 180 रन की पारी खेली. उन्होंने दर्शाया कि हमें हालात का फायदा उठाना होगा और बड़ा स्कोर बनाना होगा.’ बटलर ने याद किया कि भारत ने 2016 श्रृंखला में पहली पारी में अच्छे स्कोर की बदौलत कैसे बाजी मारी. उन्होंने कहा, ‘जब हम चार-पांच साल पहले यहां चेन्नई में खेले थे तो हमने 470 रन बनाए थे और भारत ने करूण नायर के 300 रन की बदौलत 700 रन बनाए. इसलिए यह शानदार शिक्षा है कि भारत में बड़ी पहली पारी क्या है और इसके लिए कैसी मानसिकता होनी चाहिए.’
भारत की मजबूत टीम से भिड़ना चाहते हैं-बटलर
भारत अब टेस्ट क्रिकेट की मजबूत टीम है लेकिन बटलर ने कहा कि अगर विकल्प मिला तो वह ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली कमजोर टीम की जगह भारत की टॉप टीम से भिड़ना चाहेंगे. आगामी श्रृंखला में हालांकि इंग्लैंड का प्रदर्शन इस पर निर्भर करेगा कि रूट स्पिनरों के खिलाफ कैसी रणनीति बनाते हैं. बटलर ने कहा, ‘श्रीलंका में जो शानदार फॉर्म में था, स्पिन गेंदबाजी को खेलते हुए उसका खेल हमेशा शानदार रहा है. वह स्वीप शॉट खेलने वाले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है और वह शानदार तरीके से लेंथ को भांप लेते हैं जो उनका मजबूत पक्ष है.’
बटलर ने कहा कि रूट के खेल का सर्वश्रेष्ठ हिस्सा उनकी स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता है. विकेटकीपर के रूप में बटलर का मानना है कि पांच दिन में पिच के लगातार टूटने के कारण टीम हमेशा मैच में बनी रहती है. उन्होंने कहा, ‘हम जिस तरह की पिचों पर खेलने के आदी हैं उन्हें देखते हुए विकेटकीपिंग के लिए हालात काफी अलग हैं. पांच दिन में जिस तरह पिच बदलती और टूटती है उसके देखते हुए विकेटकीपिंग चुनौतीपूर्ण होती है.’