सुरेश रैना ने कहा है, ‘एक देश के तौर पर हमारे पास आज ऐसे मुद्दे हैं जिनके समाधान की जरूरत है. ऐसे मुद्दे कल भी होंगे. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम विभाजित हो जाएं और बाहरी शक्तियों का प्रयोग होने दें. हर मुद्दा सौहार्दपूर्ण और निष्पक्ष बातचीत से ही हल होगा.
भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर शिखर धवन ने भी इसी तरह का ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘हमारे महान देश को फायदा हो ऐसे समाधान तक पहुंचना अभी सबसे जरूरी चीज है. आइए साथ खड़े रहें और एक बेहतर व चमकीले भविष्य की तरफ आगे बढ़ें.’
अनिल कुंबले ने कहा है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत अपने आंतरिक मुद्दों को सौहार्दपूर्ण समाधानों तक ले जाने में सक्षम है. सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, ‘भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है. बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं. भारतीय भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला करना चाहिए. आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें.’
टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट किया, ‘कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का बहुत महत्वपूर्ण अंग है. किसान किसी भी किसी भी देश के इकोसिस्टम की रीढ़ की हड्डी हैं. यह एक आंतरिक मामला है. मुझे पूरा भरोसा है कि यह मामला बातचीत से सुलझा लिया जाएगा.’
भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मुझे विश्वास है कि यह मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. हमें अपने आंतरिक मामलों में किसी बाहरी व्यक्ति के दखल की आवश्यकता नहीं है. मेरा देश हमारे किसानों पर गर्व करता है और जानता है कि वे कितना महत्वपूर्ण हैं.’
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अमित शाह बोले-दुष्प्रचार भारत की एकता को नहीं डिगा सकता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को ना तो डिगा सकता है और ना ही देश को नयी ऊंचाइयां छूने से रोक सकता है. वहीं विदेश मंत्रालय ने कहा है कि संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘खासतौर पर मशहूर हस्तियों एवं अन्य द्वारा सोशल मीडिया पर हैशटैग और टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाने की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है.’