दौसा में घूसखोरी केस: दो दिन की रिमांड के बाद कोर्ट ने IPS मनीष को दोपहर को जेल भेजा, रात को सरकार ने किया सस्पेंड

दौसा में घूसखोरी केस: दो दिन की रिमांड के बाद कोर्ट ने IPS मनीष को दोपहर को जेल भेजा, रात को सरकार ने किया सस्पेंड


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जयपुरएक घंटा पहले

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ACB की गिरफ्त में आए दौसा के तत्कालीन SP मनीष अग्रवाल। (फाइल)

  • ACB ने दो फरवरी को किया था दौसा के तत्कालीन SP मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार
  • 3 फरवरी को ACB कोर्ट के स्पेशल जज ने मनीष को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा था

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की गिरफ्त में आए IPS मनीष अग्रवाल को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 17 फरवरी तक के लिए जेल भेज दिया है। वे ACB में 3 फरवरी से दो दिन की रिमांड पर चल रहे थे। शुक्रवार दोपहर को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश जारी होने के बाद रात को राज्य सरकार ने IPS मनीष अग्रवाल को सस्पेंड कर दिया।

कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि मनीष अग्रवाल का निलंबन 2 फरवरी से माना जाएगा। उसी दिन ACB ने दौसा के तत्कालीन SP मनीष अग्रवाल को झालाना स्थित SDRF मुख्यालय से पकड़ा था। जहां पूछताछ के बाद मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया था। धाराज 7 और 7ए के अलावा 384 व 120 बी आईपीसी के तहत दर्ज मुकदमों में IPS मनीष की गिरफ्तारी को 48 घंटे से ज्यादा हो गए। इसलिए राज्य सरकार ने शुक्रवार को निलंबन के आदेश जारी किए।

दौसा एसपी रहते हुए लगा था लाखों रुपए रिश्वत वसूलने का आरोप

दौसा एसपी के पद पर रहते हुए मनीष अग्रवाल पर हाइवे पर सड़क निर्माण करने वाली निजी कंपनियों से लाखों रुपए की घूस लेने, धमकाने के आरोप है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय पीएचक्यू रहेगा।3 फरवरी को ACB ने मनीष से पूछताछ के लिए दो दिन का रिमांड मांगा था। तब कोर्ट ने मनीष को दो दिन के रिमांड पर भेजा था। लाखों रुपए के इस घूसकांड की जांच ADG दिनेश एमएन के निर्देशन में एडिशनल SP पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ कर रहे हैं। फिलहाल ACB ने खुलासा नहीं किया है कि रिमांड के दौरान IPS मनीष अग्रवाल से क्या अहम जानकारियां सामने आई हैं।

ACB का यह कहना है कि वे पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि रिमांड अवधि में ACB ने दलाल नीरज मीणा और IPS मनीष अग्रवाल को आमने सामने बैठाकर भी पूछताछ की और उनसे अलग-अलग भी पूछताछ की। इस घूसकांड में लिप्त SDM पुष्कर मित्तल और पिंकी मीणा को ACB ने 13 जनवरी को गिरफ्तार किया था, लेकिन उन्होंने भी वाइस सैंपल देने से इनकार कर दिया था।



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