सुधा दूध 2 रुपए महंगा हुआ: 14 महीने बाद सुधा उत्पादों की कीमत बढ़ी, 7 तारीख से लागू होंगी नई दरें

सुधा दूध 2 रुपए महंगा हुआ: 14 महीने बाद सुधा उत्पादों की कीमत बढ़ी, 7 तारीख से लागू होंगी नई दरें


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

पटना5 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

अब सुधा दूध समेत सभी उत्पाद महंगे हो जाएंगे। प्रति लीटर दूध की कीमत में औसतन 2 रुपए की वृद्धि की गई है। सात फरवरी से नई दरें लागू हो जाएंगी। इसके पहले सुधा ब्रांड के दूध और अन्य उत्पादों में नवंबर, 2019 में वृद्धि की गई थी। 14 महीने बाद फिर से दाम में बढ़ोतरी की जा रही है। सुधा के दही और टेट्रा पैक फ्लेवर्ड दूध की कीमत में वृद्धि नहीं की गई है।

पहले कितने में मिल रहा था और अब कितने में मिलेगा

फुल क्रीम दूध 50 रुपए प्रति लीटर फुल क्रीम दूध 52 रुपए प्रति लीटर
फुल क्रीम हाफ लीटर 25 रुपया फुल क्रीम हाफ लीटर 27 रुपया
स्टैंडर्ड मिल्क 43 रुपए प्रति लीटर स्टैंडर्ड मिल्क 45 रुपए प्रति लीटर
स्टैंडर्ड मिल्क 22 रुपए हाफ लीटर स्टैंडर्ड मिल्क 24 रुपए हाफ लीटर
गाय का दूध 41रुपए प्रति लीटर गाय का दूध 41 रुपए प्रति लीटर
गाय का दूध 21रुपए आधा लीटर गाय का दूध 23 रुपए आधा लीटर
टोंड मिल्क 40 रुपए प्रति लीटर टोंड मिल्क 42 रुपए प्रति लीटर
टोंड मिल्क आधा लीटर 20 रुपया टोंड मिल्क आधा लीटर 22 रुपया
डबल टोंड मिल्क 35 रुपए प्रति लीटर डबल टोंड 37 रुपए प्रति लीटर
आधे लीटर दूध की कीमत 18 रुपया आधे लीटर की कीमत 20 रुपया
स्पेशल दूध 38 रुपए प्रति लीटर स्पेशल दूध 40 रुपए प्रति लीटर
स्पेशल दूध आधा लीटर 19 रुपया स्पेशल दूध आधा लीटर 21 रुपया

पशुपालकों को भी महंगे दाम पर मिलेगा दूध
पशुपालकों को दी जाने वाली दर भी कम्फेड ने प्रति किलो 1.36 रुपए से 2.43 रुपए तक बढ़ा दी है। दूध उत्पादकों द्वारा लागत मूल्य में वृद्धि करने की लगातार मांग की जा रही थी। अलग-अलग फैट के दूध की नई कीमत तय की गई है, जिसका भुगतान अब पशुपालकों को किया जाएगा। पशुपालकों को नई दर 11 फरवरी से मिलेगी। पशुपालकों को अब 30.74 रुपए प्रति किलो से लेकर 39.57 रुपए किलो की दर से भुगतान किया जाएगा। साथ ही दूध के मूल्य का करीब 0.5 प्रतिशत समिति सचिव के मार्जिन में सशर्त वृद्धि की गई है।

इसलिए महंगा हुआ दूध
बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (कम्फेड) ने बताया है कि बिजली, पेट्रोलियम पदार्थों, पॉलिथीन, मानव बल आदि में खर्च में वृद्धि हुई है। साथ ही, पशुपालकों द्वारा भी इसकी मांग लगातार की जा रही थी कि उन्हें दिए जाने वाले दूध की दर बढ़ाई जाए। इसको लेकर अन्य सरकारी डेयरी ब्रांडों द्वारा दूध एवं उत्पादों की दरों में देश में वृद्धि पहले ही की जा चुकी है। कम्फेड के मुताबिक इसके मद्देनजर सुधा दूध की कीमतों में भी वृद्धि करनी पड़ी है। कम्फेड की प्रोग्रामिंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।



Source link