लंदन: इंग्लैंड की भारत में 2012 में सीरीज जीत के हीरो रहे ग्रीम स्वान चाहते हैं कि बाएं हाथ के स्पिनर जैक लीच को विराट कोहली की टीम के खिलाफ चार टेस्ट मैचों में सफल होने के लिए ‘बोरिंग’ लाइन में गेंदबाजी करनी चाहिए.
जैक लीच और ऑफ स्पिनर डॉम बेस ने पहले भारत में गेंदबाजी नहीं की है, जिससे उन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना होगा. मोईन अली ही एकमात्र स्पिनर हैं, जिन्हें भारतीय हालात में गेंदबाजी का अनुभव है, लेकिन मोईन अली चेन्नई में पहले टेस्ट में नहीं खेल रहे.
स्वान ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘वह गेंद को स्टंप पर पिच करता है. मैं उसे बस इतना ही कहूंगा कि देखे कि हेराथ श्रीलंका के लिए क्या किया करता था. लीच के लिए यही ‘ब्लूप्रिंट’ है, दौड़कर गेंद को सही जगह पर पिच करें और भारत में ‘बोरिंग’ ही रहे.’
लीच उस तरह की रफ्तार से गेंदबाजी नहीं करते जिस तरह से 2012 में मोंटी पनेसर करते थे, लेकिन स्वान को उनकी निरंतरता प्रभावित करती है. उन्होंने कहा, ‘भारत के बल्लेबाज अच्छी गेंद का सम्मान करते हैं और वह ज्यादा गेंद खराब नहीं फेंकता. आम तौर पर भारतीय बल्लेबाज लंबी पारी खेलेंगे. यह उनके लिए अच्छी चीज है क्योंकि इससे उसे लय में आने का मौका मिल जाएगा.’
स्वान को हालांकि बेस से उसी निरंतरता की उम्मीद नहीं है लेकिन उन्हें लगता है कि वह इंग्लैंड के लिये लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन करेगा. उन्होंने कहा, ‘डॉम अभी भी युवा है और उसने अपनी जिंदगी में ज्यादा ओवर गेंदबाजी नहीं की है और वह इतना निरंतर नहीं है, लेकिन भविष्य में वह काफी निरंतर होगा. यह थोड़ा पेचीदा भी है लेकिन बेस विकेट चटकाने वाला गेंदबाज है. उसने श्रीलंका में इतनी अच्छी गेंदबाजी नहीं की थी और मुझे लगता है कि वह इसे स्वीकार करेगा, लेकिन उसने 12 विकेट चटकाए और वह विकेट झटकने वाली गेंद भी फेंकता है.’