संदीप शर्मा ने लिखा, इस तर्क से तो किसी को भी किसी की परवाह नहीं करनी चाहिए, क्योंकि हर परिस्थिति किसी का अंदरूनी मामला होती है. रिहाना ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन पर दुनिया को बोलने और उसका समर्थन करने की अपील की थी. वैश्विक हस्तियों के किसान आंदोलन का समर्थन करने के बाद इस पर सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया आई. सरकार की इस प्रतिक्रिया को बॉलीवुड कलाकारों और क्रिकेटरों का जमकर समर्थन मिला. सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से लेकर विराट कोहली (Virat Kohli) तक लगभग सभी क्रिकेटरों ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए.
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पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले और रवि शास्त्री ने ‘इंडिया टूगेदर’ (भारत एकजुट है) और ‘इंडिया अगेंस्ट प्रोपगेंडा’ (भारत दुष्प्रचार के खिलाफ है) हैशटैग के साथ ट्वीट किए हैं. भारतीय सेलिब्रिटीज के ‘इंडिया टूगेदर’ ट्वीट के बाद संदीप शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”बहुत से लोग, जिसमें भारत का एक्सटर्नल अफेयर मंत्रालय भी शामिल है, लोकप्रिय सिंगर के भारतीय किसानों के समर्थन की आलोचना कर रहे हैं. वे कह रहे हैं कि यह भारत का अंदरूनी मामला है. इस तर्क से जर्मन के बाहर रहने वालों को नाजी युग में यहूदियों के साथ हुए अत्याचार का भी विरोध नहीं करना चाहिए.”
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उन्होंने आगे लिखा, ” इस तर्क से, पाकिस्तान के बाहर किसी को भी पाकिस्तान में अहमदियों, हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के उत्पीड़न की आलोचना नहीं करनी चाहिए. इस तर्क से भारत के बाहर किसी को भी भारत में मुसलमानों पर हुए अत्याचारों और अन्य अत्याचारों या 1984 में सिखों के नरसंहार की आलोचना नहीं करनी चाहिए थी.”
रिहाना के ट्वीट की आलोचना करने वालों के लिए संदीप शर्मा ने लंबा पोस्ट लिखा.
बता दें कि संदीप शर्मा अकेले क्रिकेटर नहीं हैं, जिन्होंने रिहाना के ट्वीट का सपोर्ट किया है. पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान और मनोज तिवारी ने भी अप्रत्यक्ष रूप से अपनी बात कही है. ने अपने ट्वीट में लिखा, “जब अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड को एक पुलिस द्वारा बेरहमी से मारा गया था तो हमारे देश ने भी उचित तरीके से अपना दुख व्यक्त किया था.” जॉर्ज फ्लॉयड को लेकर किया गया इरफान पठान का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

इरफान पठान ने जॉर्ड फ्लॉयड का उदाहरण देते हुए एक ट्वीट किया.
वहीं, मनोज तिवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”जब मैं बच्चा था, तब मैंने कभी कठपुतली का नाच नहीं देखा था. यह देखने में मुझे 35 साल लग गए.” तिवारी के इस ट्वीट में किसी का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन यूजर्स इसे किसान आंदोलन से जोड़कर देख रहे हैं.

मनोज तिवारी ने अप्रत्यक्ष रूप से एक ट्वीट किया है.
संदीप शर्मा की यह प्रतिक्रिया सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे और अन्य स्टार क्रिकेटरों की किसान आंदोलन पर राय के बाद आई है. लगभग भारतीय क्रिकेट हस्तियों ने विदेश मंत्रालय के उस ट्वीट का समर्थन किया था, जिसमें कहा गया था, ”भारत प्रचार का विरोधी है. तेंदुलकर ने लिखा, भारत की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. विदेशी ताकतें दर्शक हो सकती हैं हिस्सेदार नहीं. भारतीय भारत को जानते हैं और भारत के बारे में फैसला करते हैं, हमें भारत के रूप में एक रहना है.”
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कहा है कि कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने का प्रयास कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”खासतौर पर मशहूर हस्तियों एवं अन्य द्वारा सोशल मीडिया पर हैशटैग और टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाने की ललक न तो सही है और न ही जिम्मेदाराना है.” वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को ना तो डिगा सकता है और ना ही देश को नई ऊंचाइयां छूने से रोक सकता है.