कार एक्सीडेंटल है या नहीं, ऐसे पता चल जाता है
जिस कार काे आप लेने का मन बना रहे हैं वाे कही एक्सीडेंटल ताे नहीं, इसका पता बेहद आसानी से किया जा सकता है. इसके लिए आपकाे बाेनट खोलना है और सबसे पहले बाेनट के आगे वाले हिस्से काे छूकर देखें वहां एक पतली से पेस्टिंग रहती है जाे नई कार में रहती है. यदि कार का एक्सीडेंट हुआ सामने से ताे यह पेस्टिंग की परत खराब हाे जाती है और इसे कभी वैसा नहीं बनाया जा सकता. इसके अलावा कार के डाेम और पिलर काे ध्यान से देखें, इसमें चूड़ियां यानि हल्की-हल्की लाइनें रहते है. यदि कार का एक्सीडेंट हुआ है ताे अलग से बनी हुई नजर आएगी. बेहतर हाेगा कि आप यह चीज पहले किसी परिचित की कार में देख ले. यदि कार के इस हिस्से में आपकाे बनावट दिखे ताे ऐसी कार कभी मत ख़रीदें क्याेंकि कार के हर पार्ट काे बदला जा सकता है लेकिन इसे कभी नहीं. चाहे कितना भी साफ कारीगर हाे इसे कभी वैसा नहीं बना सकता जैसा कार कंपनी बनाती है.
कार कभी पलटी है क्या? ऐसे पता चलेगा
कई बार ऐसा भी हाेता है कि कार की सामने से भिड़ंत न हाेकर किसी वजह से पलट जाती है. ऐसे में कार के दरवाजाें काे बदल भी दे तब भी एक तरीका है जिसे देखकर आप पता कर सकते हैं कि कार ओरिजनल है या इस हिस्से पर भी काम हुआ है. इसके लिए आपकाे चाराें दरवाजे खोलकर जहां दरवाजा लॉक हाेता है, वहां लगी रबर की पट्टी काे नीचे करना हाेगा. वहां आपकाे दाे या तीन सेंटीमीटर की दूरी पर एक हल्का सा गैप दिखेगा जाे कि बॉडी के ओरिजनल हाेने की निशानी है. यदि कार पलटी हाेगी और उसे ठीक किया हाेगा तो इस तरह का कुछ नज़र नहीं आएगा. इसके लिए भी बेहतर हाेगा कि आप यह चीज पहले किसी परिचित की कार में देख ले.
इंजन की क्या स्थिति है
कार का सबसे जरूरी हिस्सा इंजन ही है. बॉडी लाइन से फिर भी उतना फर्क ना पड़े लेकिन यदि इंजन में पहले से काम हुआ है या खरीदने के बाद करवाना ही हाेगा, इसका पता भी बेहद आसानी से लगाया जा सकता है. इसके लिए आपकाे कार के टेस्ट राइड ताे लेनी ही है लेकिन सिर्फ पांच मिनट के लिए नहीं बल्कि कम से कम 20 से 25 मिनट तक. ऐसा इसलिए ताकि इंजन गर्म हाे जाए. इसके अलावा टेस्ट राइड के समय म्यूजिक बंद करके और गाड़ियाें का ग्लास नीचे करके कार चलाएं और गाड़ी के बाहर से आने वाली आवाज सुनें. यहां आपकाे पहली बार पता चल जाएगा यदि इंजन से बाहर आवाज कितनी आ रही है. इसके बाद आपकाे गाड़ी राेककर उसे बंद नहीं करते हुए कार का बाेनट खाेलना है. ऑयल की लीड निकालनी है और देखना है कि कही उससे धुआं ताे नहीं आ रहा. उसे खुला ही रहने दे और किसी से कहकर गाड़ी काे रेस दें. यदि धुआं निकलने के साथ रेस देने पर आइल बाहर आ रहा है ताे इसका मतलब है कि इंजन में काम करने की जरूरत है. इसके अलावा गाड़ी इंजन काे गाैर से देखें. ऊपर इंजन के हेड के नीचे यदि आपकाे पेस्टिंग जैसा कुछ नज़र आए ताे इसका मतलब इंजन खुल चुका है और उसका काम हाे चुका है. इस तरह की चीजें नज़र आने पर कार काे ना लें.