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- Shivraj Singh Chouhan Targeted By Kamal Nath Digvijay Singh Over Attack On Police In Gwalior Dewas
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भोपाल5 मिनट पहले
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ग्वालियर में रेत माफिया द्वारा पुलिस पर और देवास में शिकारियों द्वारा वन रक्षक पर हमला करने की घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को वरिष्ठ अफसरों की बैठक बुलाई।
- मुख्यमंत्री के अफसरों को निर्देश- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
- वन रक्षक को मिलेगा शहीद के समकक्ष दर्जा, परिवार को सुविधाएं देगी सरकार।
ग्वालियर और देवास में माफिया द्वारा पुलिस और वन कर्मी पर हमले की घटना को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ओर दिग्विजय सिंह ने दोनों घटनाओं पर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अफसरों की बैठक बुलाई। दोनों घटनाओं पर उन्होंने अफसोस जताया और निर्देश दिए कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया के हमले में मरने वाले वन रक्षक मदनलाल वर्मा को शहीद के समकक्ष दर्जा दिया जाएगा तथा उसके परिवार को सरकार सुविधाएं भी देगी।
बता दें कि ग्वालियर में शुक्रवार सुबह पुरानी छावनी थाना पुलिस ने चंबल से अवैध उत्खनन कर रेत का परिवहन करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई के लिए घेराबंदी की थी। इस दौरान रेत माफिया ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग शुरू कर दी। टीआई पुरानी छावनी सुधीर सिंह को ट्रैक्टर से कुचलने का भी प्रयास किया। उन्होंने नाले में कूद कर अपनी जान बचाई।
इसी तरह देवास जिले के पुंजापुरा रेंज के रतनपुर जंगल में बीट गार्ड की शिकारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।जब वह शाम तक रेंज ऑफिस नहीं लौटे तो उनकी तलाशी शुरू हुई। उनका शव मिला तब वारदात का खुलासा हुआ।
दोनों घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री वरिष्ठ अफसरों की बैठक कुलाई। उन्होंने कहा क वन स्टाफ की आवश्यक सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। इसके लिए गृह, वन, राजस्व आदि विभाग मिलकर संयुक्त प्रयास करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध उत्खनन करने वाले माफिया को किसी स्थिति में नहीं छोड़ा जाए । प्रदेश में सभी तरह के माफिया पर पूर्णत: अंकुश लगाया जाए।
बैठक में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, एडीजी इन्टेलीजेंस आदर्श कटियार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल,मुख्यमंत्री के ओएसडी मकरंद देऊस्कर व सेलवेंद्रन उपस्थित थे।
दिग्विजय का आरोप -रेत माफिया सीएम तक हिस्सा पहुंचाते हैं
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया है कि अवैध रेत उत्खनन करने वाले लोग शासन, प्रशासन, विधायक, मंत्रियों व मुख्यमंत्री को हिस्सा देते हैं। क्योंकि यह उनका ‘काम’ है। पैसे भी लेते हो और कार्रवाई भी करते हो। ऐसे में हमला होना तो तय है। सब मिली भगत है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया में कहा -शिवराज सरकार में सिर्फ जुमलेबाजी
सभी तरह के माफिया सक्रिय हैं।शिवराज जी प्रतिदिन माफियाओं को लेकर बड़े-बड़े जुमले बोलते हैं लेकिन माफिया प्रदेश में उनकी सरकार को खुलेआम रोज़ चुनौती दे रहे हैं।
इन घटनाओं से यह साबित हो रहा है कि सरकार माफ़ियाओ के सामने असहाय स्थिति में है।
पता नहीं माफियाओं को लेकर शिवराज जी— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 6, 2021
आजकल कौन से मूड में है ?
हमारा नारों , जुमलों में विश्वास नहीं था इसलिये हमने ज़मीनी कार्यवाही करते हुए प्रदेश में माफ़ियाओ को कुचलने व नेस्तनाबूद करने का अभियान चलाया था।
उसकी गवाह ख़ुद प्रदेश की जनता है।— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 6, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दोनों घटनाओं पर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर लिखा -शिवराज सरकार में प्रदेश में माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ना माफिया ज़मीन में गढ़ रहे हैं, ना टंग रहे हैं और ना ही निपट रहे हैं। सारी बातें जुमला साबित हो रही है।