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भोपालकुछ ही क्षण पहले
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बाएं पूनम श्रीवास्तव, दाएं नजमा हमीद
- पास हुए, लेकिन परीक्षा जारी- शिक्षक भर्ती परीक्षा वर्ग-1 और 2 में चुने गए 20 हजार से ज्यादा उम्मीदवार नियुक्ति के लिए हो रहे परेेशान
प्राेफेशनल एग्जामिनेशन बाेर्ड द्वारा ली गई शिक्षक पात्रता परीक्षा में चयनित उम्मीदवार ढाई साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेशभर से 5 लाख उम्मीदवाराें ने यह परीक्षा दी थी। 20 हजार से ज्यादा दाेनाें श्रेणी के शिक्षक पद के लिए चुने गए, लेकिन नियुक्ति नहीं हाेने से कई शिक्षक दूसरे के घराें में काम करके, सिलाई-कढ़ाई करके और फुटपाथ पर ठेले लगाकर घर की गुजर-बसर करने काे मजबूर हैं। ढाई साल में 40 आंदोलन कर चुके हैं। शुक्रवार काे फिर नीलम पार्क में धरना दिया।
86वीं रैंक, अंग्रेजी विषय के लिए चुनी गईं, सिलाई करके चला रहीं घर खर्च
अंग्रेजी विषय के शिक्षक के लिए चयनित हुईं शहर के नेहरू नगर की पूनम श्रीवास्तव। पूनम ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में 86वीं रैंक हासिल की। वे कहती हैं कि नियुक्ति का इंतजार करते-करते थक गई। घर का खर्चा पूरा करने के लिए सिलाई-कढ़ाई करके हिस्सा बंटा रही हूं। नियुक्ति हो जाती तो सैलरी मिलने पर ऐेसा काम नहीं करना पड़ता।
669वीं रैंक, हिंदी विषय में चयन, फिर भी दूसरों के घरों में करना पड़ रहा काम
ये हैं राजधानी के कराेंद इलाके की नजमा हमीद। हिंदी विषय में वर्ग-1 में चयन हुआ। परीक्षा में 669वीं रैंक हासिल की। ढाई साल से यह आस लगाए बैठी हैं कि कब नियुक्ति आदेश जारी हाें और स्कूल में पढ़ाने जाएं। तनख्वाह मिले ताे घर का खर्च चल सकें। आस-पड़ाेस के घराें में काम करती हैं और पति मजदूरी करते हैं, इससे ही घर की गुजर-बसर हाे रही है।
यह बेच रहे सैंडविच और पानी-पुरी
- रतलाम के विजय कुमार यादव। फुटपाथ पर सैंडविच- काॅफी बेचने काे मजबूर हैं।
- नेपानगर के विजय बावसकर भी फुटपाथ पर ठेला लगाकर चाट-पानी पुरी बेच रहे हैं।
ये हैं दाे वजह
1. ओबीसी काे 14 से 27% आरक्षण के मामले को लेकर अभी विभाग कुछ तय नहीं कर पा रहा है।
2. काेराेना काल में स्कूल ही नहीं लग रहे हैं। ऐसे में विभाग के सामने संकट यह है कि कहां पदस्थ करें।
नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू हाेगी, अगले सत्र में पदस्थापना हाे जाएगी। -इंदर सिंह परमार, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री