Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
उदयपुर6 मिनट पहलेलेखक: स्मित पालीवाल
- कॉपी लिंक
प्रताप सिंह खाचरियावास परिवहन मंत्री राजस्थान।
- राजस्थान की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। कांग्रेस की तैयारी कैसी है?
राजस्थान में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत होगी। उसकी वजह है कि आम जनता जब केंद्र की मोदी और प्रदेश की गहलोत सरकार को एक तराजू में तोलेगी, तो जनता हकीकत जान जाएगी। मोदी सरकार झूठ, फरेब और तानाशाही की सरकार है। जबकि प्रदेश की गहलोत सरकार न्याय, सच्चाई और विकास की सरकार है। गहलोत सरकार आम आदमी के दर्द और परेशानी को समझती है। यही वजह है कि कोरोना काल में भी प्रदेश की सरकार ने नंबर वन काम किया।
- विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया कहते हैं कि मुख्यमंत्री का आज के कमरे में बैठे हैं। 9 महीने से बाहर नहीं निकल रहे?
कटारिया जी के मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती। कांच के कमरे में तो कटारिया जी बैठे हैं। गहलोत साहब तो जनता के बीच में भी जा रहे हैं, और जनता के काम भी कर रहे हैं। कोरोना काल के बाद हिंदुस्तान में भी अब सबसे अच्छे मुख्यमंत्री के तौर पर गहलोत साहब की पहचान बनी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री गहलोत की तारीफ की है।
- क्या राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी हावी हो गई है। प्रदेश कांग्रेस क्या वाकई में कई गुटों में बैठ चुकी है?
अशोक गहलोत राजस्थान के सर्वमान्य नेता है। इस बात में ना कोई डिस्प्यूट है और ना ही कोई झगड़ा।
- सचिन पायलट को लेकर दिए गए एक बयान के बाद आप के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन चल रहा है। कहा जा रहा है कि अब आप मंत्रिमंडल में नहीं रहेंगे। क्योंकि आप सचिन पायलट खेमे से मंत्री थे?
यह बीजेपी के नेता जो बातें करते हैं। उनके पास जमीन नहीं है। और जिनके खुद के पास जमीन नहीं है। उनकी बातों का जवाब नहीं दिया जाता। उनकी आदत है फालतू बातें करना। बाकी जब वक्त आएगा तब देखा जाएगा।
- प्रताप सिंह खाचरियावास कांग्रेस पार्टी में किस गुट से है। सचिन पायलट या फिर अशोक गहलोत ?
कांग्रेस पार्टी में सिर्फ एक खेमा है, और वह खेमा है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी का।
- वल्लभनगर में क्या कांग्रेस पार्टी शक्तावत के परिवार में ही टिकट देगी। या फिर नए चेहरे को मौका मिलेगा ?
वल्लभनगर में आज मैंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है। वल्लभनगर में जो भी हाथ का सिंबल लेकर जाएगा वही जीतेगा। और कांग्रेस पार्टी जिसको भी टिकट देगी वह लड़ेगा।
- आपने राम मंदिर चंदे के नाम पर बीजेपी और आरएसए पर उगाही के आरोप लगाए हैं। इसकी क्या वजह है ?
राम हमारे आराध्य हैं, हम भगवान राम के वंशज हैं। भगवान राम का मंदिर तो एक खाता नंबर देने से ही बन जाएगा। बीजेपी को राम के नाम पर राजनीति करने का कोई हक नहीं है। बीजेपी के किए काम को भगवान राम भी कभी माफ नहीं कर पाएंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी भगवान राम के चाहने से आया है। बीजेपी को राम मंदिर के नाम पर श्रेय लेने का हक नहीं है। मैं भी मेरी तनख्वा राम मंदिर निर्माण में दूंगा, चांदी की ईट दूंगा, दर्शन करने जाऊंगा। राम किसी की बपौती नहीं। राम किसी के गुलाम नहीं दुनिया राम की गुलाम है।
लेकिन बीजेपी वालों को अलग-अलग रसीदें छपाकर झूठी राजनीति नहीं करनी चाहिए। बीजेपी अपराध बोध से ग्रस्त है। और सिर्फ राम के नाम पर राजनीति कर रही है। जबकि राम मंदिर के ताले राजीव गांधी ने खुलवाए थे। अयोध्या में पूजा राजीव गांधी ने शुरू करवाई थी। बीजेपी को मंदिर और राम से नहीं सिर्फ वोट से मतलब है। अब तो राम जी भी बीजेपी से नाराज है।