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मोतिहारी6 मिनट पहले
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
- वार्ड सदस्य के पति तथा कुछ अन्य लोगों के साथ बात कर रहा है थानेदार
- ऑडियो मिलने पर SP ने थानाध्यक्ष को किया निलंबित, जांच भी होगी
मोतिहारी के ढाका प्रखंड के कुंडवा चैनपुर बाजार के गार्ड की 12 वर्षीय बेटी की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव को जबरन जला दिया गया था। गार्ड नेपाल के बरबदिया नगरपालिका क्षेत्र का निवासी है। यह घटना 21 जनवरी को हुई थी। शव को जलाने के बाद बच्ची के परिजनों को कुंडवा चैनपुर बाजार से नेपाल भगा दिया गया था। शव को जलाने के पूर्व थानाध्यक्ष से फोन पर एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के बात करने का ऑडियो वायरल हो गया है। इसमें थानेदार कह रहा है कि शव जलाने के लिए लकड़ी भिजवा दो। शुक्रवार को SP नवीन चंद्र झा को ऑडियो मिलने के बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष संजीव रंजन को निलंबित कर दिया है। साथ ही उनपर विभागीय जांच का आदेश दिया है। घटनास्थल नेपाल की सीमा से चंद कदम की दूरी पर है।
SP ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऑडियो से स्पष्ट है कि थानाध्यक्ष को हत्या की जानकारी थी। हत्या के बाद शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया, न ही वरीय अधिकारियों को सूचना देकर प्राथमिकी दर्ज की गई। हत्या के बाद शव को जलाने का निर्देश देते थानाध्यक्ष का ऑडियो क्लिप मिला है। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। SP के हाथ एक वीडियो भी लगा है। यह घटना वाले दिन का है। इसमें घटना होने का बाद के कुछ क्लिप हैं। SP नवीन चंद्र झा ने बताया कि 21 जनवरी को हत्या के बाद मामला उजागर होने पर 2 फरवरी को प्राथमिकी दर्ज की गई है। हत्या के बाद प्राथमिकी दर्ज नहीं करना व पोस्टमार्टम नहीं कराना बहुत बड़ी लापरवाही है।
बताया जाता है कि गार्ड ने नेपाल से लौटने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराते हुए विनय साह, दीपक कुमार साह, देवेंद्र कुमार साह और रमेश साह पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। इसके अलावा 8 लोगों पर हत्या के बाद शव को जबरन छीनकर जलाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। विनय साह उस मकान मालिक का बेटा है जिस मकान में गार्ड रहता था। प्राथमिकी में कहा गया है कि वह कुंडवा चैनपुर बाजार में रहकर दिन में चाय बेचने व रात में नाइट गार्ड का काम 7 वर्षों से कर रहा था। 21 जनवरी को वह बाजार चला गया। उसका बेटा भी घर का सामान खरीदने बाजार गया हुआ था। कुछ देर बाद जब उसका बेटा वापस घर लौट रहा था तभी कुछ लोगों ने उसे रास्ते में रोक लिया। बाद में जब वह घर पहुंचा तो उसकी बहन का शव घर में लहुलुहान पड़ा हुआ था। इसके बाद वहां के स्थानीय लोगों द्वारा जबरन शव को छीनकर जला दिया गया।
वायरल ऑडियो में इस तरह की बातचीत होने का दावा किया गया है। दैनिक भास्कर इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।
ऑडियो की शुरुआत में वार्ड सदस्य के पति व थाने के निजी चालक के बीच हुई बातचीत है। इसमें गार्ड की बेटी के शव को जल्दी ठिकाने लगाने की बात कही जा रही है। ऑडियो में मृत बच्ची के शव का तुरंत डिस्पोजल करने और थाना मैनेज करने की बात कही जा रही है। जुगाड़ लगाते हुए कई लोगों की आवाज उस ऑडियो में रिकॉर्ड होने का दावा किया गया है। ऑडियो में स्थानीय थानाध्यक्ष संजीव शरण, थाने का निजी चालक मुन्ना व वार्ड नंबर 01 की सदस्य आशा देवी के पति रमेश साह व नेपाली गार्ड के बीच बातचीत होने का दावा किया गया है। तीनों मिलकर नेपाली गार्ड पर जल्द शव को दफना देने का दवाब बना रहे हैं। कोई व्यक्ति फोन पर थानाध्यक्ष को बता रहा है कि मृतका की मां अपने घर से चल चुकी है। वह कल दिन के दो बजे तक यहां पहुंच जाएगी। उसके आने पर ही दाह संस्कार किया जाएगा। उसे उसकी बेटी के मर जाने की खबर भी नहीं बताई गई है, उसे कम से कम आ जाने दीजिए। वह अपनी मरी बेटी को देख तो लेगी। लकिन सभी मिलकर उसे केस में बुरी तरह फंस जाने का भय दिखा रहे हैं। थानाध्यक्ष यह कह रहा है कि उसके यहां दाह संस्कार के लिए लकड़ी भिजवा दो, कह दिया जाएगा कि लड़की ठंड लगने से मर गई है। कोई यह भी कह रहा है कि थाना पर बुला कर लिखवा लेते हैं, इस पर थानाध्यक्ष कह रहा है- नहीं, नहीं, थाना पर मत बुलाओ।