Bhopal: सड़कों पर उतर सकते हैं 33 हजार शिक्षक, सरकार को दी ये धमकी

Bhopal: सड़कों पर उतर सकते हैं 33 हजार शिक्षक, सरकार को दी ये धमकी


मप्र के चयनित शिक्षकों ने बड़े प्रदर्शन की धमकी दी है.

प्रदेश भर में 33000 चयनित शिक्षक बीते 2 सालों से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं. वर्ग 1 के चयनित शिक्षकों की चॉइस फिलिंग के बाद वेरिफिकेशन भी हो चुका है.



  • Last Updated:
    February 6, 2021, 4:02 PM IST

भोपाल. मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षक  बीते दो सालों से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं. वेरिफिकेशन के बाद भी अब तक शिक्षकों को स्कूलों में नियुक्तियां नहीं मिली हैं. नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदेश भर के चयनित शिक्षकों ने भोपाल में सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. वहीं, प्रदेशभर के 52 जिलों में चयनित शिक्षकों ने नियुक्ति की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला.

जानकारी के मुताबिक, प्रदेश भर में 33000 चयनित शिक्षक बीते 2 सालों से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं. वर्ग 1 के चयनित शिक्षकों की चॉइस फिलिंग के बाद वेरिफिकेशन भी हो चुका है. वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद करीब 19 हज़ार से ज्यादा शिक्षकों की जॉइनिंग होनी है.

बार-बार मिल रहा सिर्फ आश्वासन

अब तक चयनित शिक्षकों की नियुक्ति होने के बाद जगह अतिथि शिक्षकों को स्कूलों में रखा जा रहा है. जल्द से जल्द नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक भोपाल में नीलम पार्क में धरने पर बैठे हैं. प्रदेश के 52जिलों में चयनित शिक्षको का धरना जारी है.बार-बार आश्वासन के बाद भी शिक्षक पात्रता परीक्षा के चयनित शिक्षकों को नियुक्ति नही मिली है. नियुक्ति ना होने पर  चयनित शिक्षक पैदल मार्च की तैयारी में हैं.2011के बाद 2018में निकली थी नियुक्तियां

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में साल 2011 के बाद 2018 में शिक्षकों की भर्ती निकली थी. 7 साल के लंबे इंतजार के बाद 2018 में भर्ती का विज्ञापन निकला था. शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 1 और वर्ग 2 की परीक्षा ली गई थी.जिसमें 33000 शिक्षक चयनित हुए हैं. दो साल पूरे होने के बाद भी अब तक चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति की राह देख रहे हैं. प्रदेश भर में शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में शिक्षकों को नियुक्ति दी जानी थी. अब तक शिक्षकों को नियुक्ति नही मिली है. बल्कि, शिक्षकों की कमी सरकार अतिथि शिक्षकों से पूरी कर रही है.








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