अपने 100वें मैच में जो रूट ने टीम इंडिया की ही जमीन हिला दी. क्रिकेट में चल रही FAB-4 की लड़ाई में केन विलियमसन सबसे आगे दिख रहे हैं. अगर हम उनके आंकड़ों का विश्लेषण करें तो देखेंगे कि वह अपने निकटतम तीनों खिलाड़ियों से भविष्य में आगे निकल सकते हैं. इस समय अपने तीन समकालीन खिलाडियों से आगे ही हैं. इस साल की शुरुआत जो रूट ने ताबड़तोड़ तरीके से की है. उन्होंने अब तक अपनी बल्लेबाजी को नई तरीके से परिभाषित किया है. पहले तीन मैच और तीनेां में शतक. 145 की औसत से रूट ने 582 रन बनाए हैं.
टेस्ट क्रिकेट में जो रूट अपने तीन निकटतम खिलाडियों के मुकाबले कम उम्र के हैं. फिर भी उन्होंने इन तीनों से पहले 100 टेस्ट मैच खेल लिए हैं. इस तरह से देखा जाए तो वह सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने वाले खिलाडी बन सकते हैं. हालांकि वह सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बना सकेंगे, इसके बारे में कुछ नहीं कहा सकता है, लेकिन ये तय है कि वह विराट, विलियमसन और स्मिथ के मुकाबले सबसे ज्यादा रन बना सकते हैं.
खिलाडी मैच रन औसत शतक उम्र
जो रूट 100 8249 49.39 20 30
केन विलियमसन 83 7115 52.12 24 30
विराट कोहली 87 7318 53.41 27 32
स्टीव स्मिथ 77 7540 61.80 27 31
विदेशों में सबसे ज्यादा कामयाब
किसी भी खिलाडी की कामयाबी इस बात पर निर्भर करती है कि वह विदेशों में कितना कामयाब हैं. इस मामले में जो रूट सब पर भारी दिखाई देते हैं. उन्होंने 100 टेस्ट मैचों में 5 दोहरे शतक बनाए हैं. इनमें 3 तो इंग्लैंड से बाहर हैं. विराट से उनकी तुलना करें तो विराट ने विदेशी धरती पर 43 की औसत से रन बनाए हैं. वहीं जो रूट ने 54.3 की औसत से विदेशों में रन बनाए हैं.
पिछले दो साल में ज्यादा कमाल नहीं कर सके थे जो रूट
पिछले दो साल में उनका बल्ला काफी हद तक खामोश रहा. 2019 में जो रूट ने 12 टेस्ट खेले थे, लेकिन 37 की औसत से 851 रन बनाए. वहीं 2020 में जो रूट 8 मैचों में 42 की औसत से 464 रन बनाए. ऐसे में उनके चौकडी में रहने पर सवाल उठ रहे थे. विराट ने 2020 में सिर्फ 3 टेस्ट खेले थे. इसलिए विराट के 2018 और 2019 का प्रदर्शन देखें तो पता चलता है कि वह लगातार अच्छी फॉर्म में रहे. विराट ने 2018 में 13 टेस्ट में 55 की औसत से 1322 रन बनाए. वहीं 2019 में 8 मैचों में 68 की औसत से 612 रन बनाए. वहीं स्टीव स्मिथ की बात करें तो उन्हेांने 2019 में 8 मैचों में 74 की औसत से रन बनाए. लेकिन 2020 में 3 मैचों में उनका बल्ला ज्यादा नहीं चला.