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भरतपुरकुछ ही क्षण पहले
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सेवर सेंट्रल जेल के बंदियों के बैंक में खाते खुलवाए जाएंगे और उनके आधार कार्ड बनावाए जाएंगे। ताकि उन्हें काम के बदले मिलने वाले पैसे का भुगतान किया जा सके। जेलर निरंजन शर्मा ने बताया कि जेल में करीब 120 बंदी ऐसे हैं, जिन्होंने कभी बैंक में खाता ही नहीं खुलवाया। वहीं करीब 20 बंदी ऐसे भी हैं, जिन्होंने अभी तक आधार कार्ड ही नहीं बनाया है।
उन्होंने बताया कि जेल में बंदी की योग्यता के अनुसार उन्हें काम उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे में सरकार की ओर से उन्हें प्रतिदिन 250 रुपए का मेहनताना दिया जाता है। उस मेहनताना राशि का भुगतान बंदी के खाते में ऑनलाइन ही किया जाता है। लेकिन जिन बंदियों ने अभी तक बैंक में खाता ही नहीं खुलवाया उनकाे भुगतान नहीं किया जा सकता, इसलिए उनको काम भी देने में दिक्कत आती है।