मध्यप्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेने के आरोप में दो अधिकारियों को किया गिरफ्तार

मध्यप्रदेश लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेने के आरोप में दो अधिकारियों को किया गिरफ्तार


मेशराम एवं सिंह पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. ( कॉन्सेप्ट इमेज)

शहरी विकास विभाग में सहायक इंजीनियर (Assistant Engineer) का प्रभार संभाल रहे एक अधिकारी को गिरफ्तार किया.

जबलपुर. मध्यप्रदेश लोकायुक्त पुलिस (Madhya Pradesh Lokayukta Police) ने शनिवार को दो अलग-अलग मामलों में कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में खाद्य विभाग के एक निरीक्षक और शहरी विकास विभाग में सहायक इंजीनियर (Assistant Engineer) का प्रभार संभाल रहे एक अधिकारी को गिरफ्तार (Arrested) किया. लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक जेपी वर्मा ने बताया कि खाद्य निरीक्षक पेनेंद्र मेशराम को तीन मामलों को सुलझाने के लिए शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपये की कथित रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. उन्होंने बताया, ‘‘दूसरे मामले में सहायक इंजीनियर का प्रभार देख रहे आदित्य सिंह को ठेके का कार्य पूर्ण होने का प्रमाणपत्र देने के एवज में शिकायतकर्ता से पांच हजार रुपये की कथित रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. मेशराम एवं सिंह पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है.’’

वहीं, कल खबर सामने आई थी कि लिफाफे लेते हुए रिश्वतकांड में फंसे मध्य प्रदेश के IPS अफसर वी. मधु कुमार को लोकायुक्त ने क्लीन चिट दे दी है. राज्य सरकार ने रिश्वत कांड का वीडियो आने के बाद मधु कुमार को परिवहन आयुक्त के पद से हटा दिया था. इसके बाद से मधु कुमार पुलिस मुख्यालय में अटैच कर दिए गए थे. उन्हें क्लीन चिट मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय आरटीआई के पद पर पदस्थ किया गया है.

मधु कुमार को क्लीन चिट दे दी
गौरतलब है कि 20 जुलाई 2020 को तत्कालीन परिवहन आयुक्त वी. मधु कुमार के खिलाफ 2016 का एक वीडियो वायरल किया गया था. वीडियो वायरल के चलते राज्य सरकार ने मधु कुमार को परिवहन आयुक्त पद से हटा दिया था. लोकायुक्त की जांच में पता चला कि वीडियो कैलिफोर्निया से 18 जुलाई को जारी किया गया था. इतना ही नहीं, जिस शख्स ने वीडियो जारी किया था उसने अपना मोबइल भी बंद कर लिया. करीब 4 महीने की जांच के बाद लोकायुक्त ने इस मामले में जांच के बाद मधु कुमार को क्लीन चिट दे दी.








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