कैदियों की शिफ्टिंग: दो गुटों में खूनी संघर्ष के बाद 10 कैदी दूसरी जेलों में ट्रांसफर; पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होने पर ही शिफ्टिंग के आदेश

कैदियों की शिफ्टिंग: दो गुटों में खूनी संघर्ष के बाद 10 कैदी दूसरी जेलों में ट्रांसफर; पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होने पर ही शिफ्टिंग के आदेश


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इंदौर6 मिनट पहले

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फाइल फोटो

आजाद नगर स्थित जिला जेल में खूनी संघर्ष के बाद 10 कैदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट कर दिया है। हालांकि जेल मुख्यालय ने आदेश दिया है कि पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध होने पर ही कैदियों की शिफ्टिंग की जाना चाहिए।

इंदौर की जिला जेल में 23 जनवरी को कैदियों के बीच हुए खूनी संघर्ष हुआ था। ड्रग तस्कर इमरान का जेल के अंदर ही शराब तस्कर सलमान लाला के गुट से होने संघर्ष हो गया था, दोनों गुटों के कई लोग इस संघर्ष में घायल हो गए थे। इस पर जिला मुख्यालय ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे और सेंट्रल जेल के अधीक्षक राकेश भांगरे ने जेल पहुंचकर इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और दोनों पक्षों के बयान लेने जेल के स्टाफ से भी चर्चा की थी। घटना वाले दिन की जेल अधीक्षक ने एक जवान को भी सस्पेंड कर दिया था और इस पूरे मामले की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई थी।

अब जेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए कुछ कैदियों को दूसरे संभाग की जेलों में भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक खूनी संघर्ष में शामिल 10 से अधिक कैदियों को सागर, ग्वालियर, सतना, रीवा, मुरैना जैसी जेलों में शिफ्ट कर दिया है, ताकि आगे इन दोनों गुटों के बीच किसी तरह का कोई संघर्ष ना हो।

कैदियों की शिफ्टिंग को लेकर मुख्यालय ने एक आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होने और जवानों की संख्या ज्यादा होने पर ही कैदियों को एक जेल से दूसरी जेल में शिफ्ट किया जाए, अन्यथा मौके पर ही बतौर सावधानी के इनकी बेरकों को बदला जाए। मुख्यालय को यह आशंका है कि जवानों की संख्या कम होने पर शिफ्ट के दौरान कैदी जवानों को धोखा देकर फरार भी हो सकते हैं।



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