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भोपाल5 मिनट पहले
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वीडियो में पुलिसकर्मी जसवंत कुछ इस तरह हाथ जोड़कर धमकाते नजर आया।
- महिला का आरोप- ज्वेलर्स के कहने पर उसे और उसके घरवालों को परेशान किया जा रहा
- पुलिसकर्मी की सफाई- हाथ जोड़कर बोला- ऊपर वाले की लाठी में आवाज नहीं होती
भोपाल में एक महिला को सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करना भारी पड़ गया। इससे नाराज पुलिसकर्मी ने महिला के भाई के घर पहुंचकर धमकाते हुए कहा कि उसे तो हम पहले ही फंसवा देते और तुम लोग कुछ नहीं कर पाते। इसमें पुलिसकर्मी हाथ जोड़ते भी नजर आ रहा है। एक लड़की कहती है कि अंकल प्लीज आप यहां से चले जाएं। आप यहां से अभी चले जाएं।
करीब 50 मिनट के इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जो पीड़ित है वह खुद चोरी के मामले में आरोपी बना था। लेकिन दोनों पक्षों में समझौता होने के कारण एफआईआर नहीं की गई थी। वीडियो शनिवार रात का बताया जा रहा है।
वीडियो में इस तरह हो रही बहस
कोलार पुलिस थाने के सिपाही जसवंत शनिवार रात शिकायत करने वाली वर्षा के गुरु भाई के घर पहुंच जाता है। उसकी यहां उसकी बहन से बहस होने लगती है।
जसवंत : मैं चाहता तो तीन-चार तोला सोना और चांदी रखकर तभी उसे जेल भिजवा देता। तुम लोग कुछ नहीं कर पाते।
लड़की : मैं कल करूंगी। अंकल आप जाएं ठीक है।
जसवंत : मुझे फांसी करवा देना।
लड़की : आप डर क्यों रहे हो। यह कह रहे हैं फांसी लगवा देना। आप जाइए यहां से।
जसवंत : हाथ जोड़ते हुए कहता है कि उसकी लाठी में आवाज नहीं होती।
वर्षा का आरोप पुलिस के कारण भागते फिर रहे
40 वर्षीय वर्षा अग्रवाल ने बताया कि उनका तलाक हो चुका है। वे अपने 11 साल के बेटे के साथ गणेश एनक्लेव कोलार में रहती हैं। वर्षा का कहना है कि मंदाकिनी स्थित एक ज्वेलर्स में पहले वह जॉब करती थी। उन्हें वहां के कुछ दो नंबर के काम पता चल गए थे।
इसके बाद से दुकान मालिक और उनका बेटा उन्हें परेशान करने लगा। उन्हें नौकरी से निकाल दिया। वह धमकी देने लगा। उसने पुलिस में झूठी शिकायत की। इसमें उन्होंने कहा कि मैं सोने के चेन चोरी की है। कोलार पुलिस 5 जनवरी को उसे और उसके बेटे को कोलार थाने ले गई।
यहां 3 दिन तक उसे थाने में रखा गया और उसके साथ मारपीट की गई। वर्षा ने आरोप लगाया कि अगर उसने चोरी की होती, तो फिर पुलिस ने FIR क्यों नहीं की। वर्षा का कहना है कि उसके बाद उन्होंने उसके भाई राहुल को भी इस मामले में फंसा दिया। तब से वे यहां वहां भाग रहे हैं।
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद परेशान किया जाने लगा
वर्षा ने आरोप लगाया कि पुलिस और ज्वेलर्स से परेशान होकर उसने 15 दिन पहले सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी। उसने महिला आयोग और पुलिस अधीक्षक के यहां भी फोन पर शिकायत की थी। उसके बाद से ही उसे ज्यादा धमकी मिलने लगी और परेशान किए जाने लगा। जसवंत उसी सिलसिले में शनिवार रात उनके गुरु भाई राहुल जैन के घर पहुंचा था। उस दौरान राहुल घर पर नहीं था, तो वह उनकी बहन को धमका रहा था। वह शिकायत वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं।
जसवंत का कहना- वर्षा झूठ बोल रही
आरोपों में घिरे पुलिसकर्मी जसवंत ने बताया कि शनिवार को सीएम हेल्पलाइन की शिकायत के सिलसिले में राहुल के घर गया था। वहां उन्होंने केवल इतना कहा था कि अगर शिकायत है, तो शिकायत में अपने बयान दें। जिन्होंने शिकायत की है वह सामने आए। इसके बाद उनके परिवार वाले उन्हें धमकाने लगे थे, तो उन्होंने गुस्से में आकर कह दिया कि उसी समय अगर समझौता नहीं कराया होता, तो जेल में जाना होता। अब हमारे खिलाफ शिकायत कर रहे हो।
टीआई का कहना- जसवंत का मतलब ऐसा नहीं था
टीआई कोलार सुधीर अरजरिया ने बताया कि मामला करीब डेढ़ महीने पुराना है। मंदाकिनी में एक ज्वेलर्स ने उनके यहां काम करने वाली वर्षा के खिलाफ चोरी की शिकायत की थी। पुलिस ने जब वर्षा को पूछताछ के लिए बुलाया, तो उसने बताया कि यह चोरी का सामान उसने अपने गुरु भाई राहुल जैन को दे दिया है।
पुलिस ने राहुल से पूछताछ की। बाद में राहुल के माल लौटाने के कारण उनके बीच समझौता हो गया। इसलिए उसमें कोई FIR नहीं की गई थी। अब वर्षा ने सीएम हेल्पलाइन में थाने में जबरन बैठाए जाने की शिकायत की है।
उसी सिलसिले में जसवंत और विजय यादव गए थे। उनका कहना था कि अगर शिकायत की है, तो सामने आओ और बयान दर्ज कराएं। लेकिन वह लोग बार-बार कहने के बाद भी सामने नहीं आ रहे थे। इसलिए आवेश में आकर जसवंत ने ऐसा कह दिया। वह खुद हाथ जोड़कर बोलते भी दिखाई दे रहा है कि उसकी लाठी में आवाज नहीं होती।