माफियाओं की करतूत: शहर से लेकर हाईवे तक 150 से ज्यादा जगह पर अतिक्रमण रास्ता बनाने की आड़ में भराव कर किराए पर दे रहे जमीन

माफियाओं की करतूत: शहर से लेकर हाईवे तक 150 से ज्यादा जगह पर अतिक्रमण रास्ता बनाने की आड़ में भराव कर किराए पर दे रहे जमीन


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शाजापुर13 घंटे पहले

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इस तरह हाईवे पर भराव कर किया जा रहा अतिक्रमण।

  • भराव के कारण हाईवे निर्माण कंपनी ने लगाए पौधे भी हुए नष्ट, तालाब के ओवरफ्लो का नाला हो गया संकरा

अतिक्रमण कर शहर की सड़कों को संकरा करने वाले अतिक्रमणकारियों की नजर अब नेशनल हाईवे पर भी है। खेतों के लेवल से 5-10 फीट ऊंचाई पर बने बायपास पर भराव कर होटलों के लिए मोटी कीमत पर जमीन किराए पर दी जा रही है।

सड़क के दोनों ओर दिनोंदिन बढ़ रहे होटल ढाबों पर आने जाने के दौरान बाइक चालकों ने डिवाइडर के बीच से ही रास्ते बना लिए जिसके कारण दुर्घटनाओं के मामले भी बढ़ गए हैं। इधर, शहरी क्षेत्र में भी नालों पर अतिक्रमण लोगों ने मकान भवन तक बना लिए, तो गिरवर स्थित छोटे तालाब के ओवरफ्लो का नाला भी संकरा कर दिया। हाईवे पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर भास्कर ने पड़ताल शुरू की, बड़ी चाैकाने वाली जानकारी सामने आई।

नैनावद से लेकर उकावता तक 28 किमी हाईवे पर 100 से ज्यादा स्थानों पर लोगों ने अतिक्रमण करना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि क्षेत्र के जमीन मालिकों द्वारा खेतों में आने जाने के रास्ते के नाम पर पहले भराव किया था, लेकिन सड़क निर्माण कंपनी के गश्ती दल ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह हुआ कि हाईवे शुरू होने के दो साल के अंदर ही खंती वाला हिस्सा हाईवे के बराबर कर दिया। जहां अब होटल और ढाबों संचालित हो रहे हैं।

50-60 हजार माह तक ले रहे किराया
हाईवे पर हुए अतिक्रमण के बाद क्षेत्र में होटल, ढाबों का चलन बढ़ गया है। नैनावद से लेकर उकावता तक छोटे-बड़े करीब 35 से ज्यादा होटल-ढाबे संचालित हो रहे हैं। पुराने होटल संचालकों की मानें तो हाईवे निर्माण के पहले 20-25 हजार रुपए साल में जमीन मिल जाया करती थी, लेकिन अब 50-60 हजार रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।

पनवाड़ी और अभयपुर में सबसे ज्यादा खतरा
सनकोटा से लेकर उकावता तक अतिक्रमण को लेकर ओरियंटल कंपनी ने कुछ दिन पहले ही एक सर्वे किया था। इसके अनुसार 130 से ज्यादा स्थानों पर बड़ा अतिक्रमण किया गया, जबकि छोटे-छोटे अतिक्रमण को फिलहाल नजर अंदाज किया गया। इसके बाद भी पनवाड़ी और अभयपुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति बनी हुई है। यहां सड़क के दोनों ओर अस्थाई और स्थाई अतिक्रमण कर लिया गया। सड़क क्राॅस करने के दौरान पैदल यात्री दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, तो दूसरी अाेर बड़े वाहन अनियंत्रित होकर दुकानों तक पहुंच जाते हैं।

जिला प्रशासन और पुलिस को कई बार दी सूचना -हाईवे मैनेजर
ओरियंटल कंपनी के हाईवे मैनेजर वी.पी. सक्सेना ने अतिक्रमण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि उनकी हाईवे पेट्रोलिंग टीम लगातार लोगों से अतिक्रमण हटाने की बात कह रही है। सख्ती करने पर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। इसे देखते हुए हमने मक्सी, लालघाटी, कोतवाली, सुनेरा थाना पुलिस के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी अतिक्रमण करने वालों की जानकारी देते हुए कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। पर एक बार भी अधिकारियों की टीम मौके पर नहीं पहुंची।

जल्द बड़ी कार्रवाई करेंगे
शहरी अतिक्रमण को लेकर जल्द बड़ी कार्रवाई करेंगे। सड़क सुरक्षा माह के चलते पहले सड़क पर रखे सामान हटाने के लिए समझाइश देंगे। साथ ही पक्के निर्माणों को भी चिह्नित किया जा रहा है।
भूपेंद्र दीक्षित, सीएमओ शाजापुर

इधर, शहरी नालों को कर दिया संकरा
अवैध कॉलोनाइजरों को नजरअंदाज करने वाले नपा प्रशासन और राजस्व विभाग के अफसरों को शहरी क्षेत्र में हो रहा अतिक्रमण भी नहीं दिखाई दे रहा। विजयनगर से लेकर मंगलनाथ महादेव मंदिर क्षेत्र से होकर गुजरे बड़े नाले पर कई लोगों द्वारा अतिक्रमण कर मकान भवन के हिस्से का निर्माण कर दिया गया। वहीं गिरवर तलाब क्षेत्र का ओवरफ्लो के नाले पर भी भराव किया जा रहा है। 10 साल पहले तक 12 मीटर वाला यह हिस्सा अब महज 10 फीट का ही होकर रह गया।

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