आपको बता दें कि बीते 4 फरवरी को सेक्टर अल्फा 2 में आई-24 स्थित एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के चचरे भाई और भाभी की हत्या कर लूट की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए. पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बीते 7 फरवरी को आरोपी देव शर्मा को रोहित के घर से पकड़ा था. जबकि मुठभेड़ में इन तीनों के साथ विशन भदौरिया गोली लगने के बाद घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया था. वहीं इस घटना का मास्टरमाइंड रोहित व सुभाष अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए थे, जिसके बाद पुलिस इन दोनों की तलाश में जुटी हुई थी.
बता दें कि रोहित ने अपने साथियों सुभाष, विशन और देव शर्मा साथ मिलकर नरेंद्र नाथ व उनकी पत्नी सुमन की हत्या की थी. इस हत्या का मास्टरमाइंड रोहित था, जोकि मृतकों के घर काम करने वाली रिश्तेदार है. कामवाली के जरिये ही रोहित की मृतक नरेंद्र नाथ व सुमन नाथ से जान पहचान हुई थी. इसी के बाद यह घर पर आने जाने लगा और मृतकों करीब आ गया. मृतक नरेंद्र नाथ के साथ यह शराब की पार्टी भी करता और चुराई हुई बाइक को इनके पास गिरवी रखकर इनसे रुपए भी ले जाता था. फरार मास्टरमाइंड रोहित बीटा 2 थाना से वांछित भी है और यह जांच में सामने आया है. रोहित ने बीते 27 जनवरी को इस घटना का प्लान बनाया था. वह अक्सर मृतक नरेंद्र नाथ के साथ पार्टी करता लेकिन यह बात नरेंद्र नाथ की पत्नी को कतई पसंद नहीं थी. इसके बाद उसने रोहित को न आने के लिए बोला था और यही बात उसको (रोहित) बहुत बुरी लगी इसी के चलते वह सुमन नाथ से नफरत करने लगा था. इसके बाद रोहित ने अपने दोस्तों के साथ प्लान बनाया कि वो पहले लूटपाट करेंगे और जरूरत पड़ने पर कोई भी कदम उठा लेगें.
पुलिस ने कही यह बात
पुलिस के आलाधिकारियों ने बताया कि घटना वाले दिन शाम करीब साढ़े 7 बजे रोहित और उसका एक दोस्त आया और नरेन्द्र नाथ के साथ पार्टी करने लगा. फिर पार्टी करते करते करीब 9 बज गए तो बाहर से मोमोज लेने के बहाने गया तो बाहर घूम रहे अन्य दोनों को अंदर बुला लिया. इसी दौरान मृतक सुमन नाथ ने अपनी बेटी प्रीति को फोन किया और कहा कि रोहित अपने दोस्तों के साथ आया है और नीचे बेसमेंट में पार्टी चल रही है. इसके बाद रोहित ने पहले नरेंद्र नाथ का क्रेडिट कार्ड लिया और उसका पिन पूछा और न बताने पर बेल्ट व मफलर का फंदा उनके गले में डाला. हालांकि इसके बाद भी जब नरेंद्र नाथ ने उसका पिन गलत दिया तो रोहित ने अपने चारों दोस्तों के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया. यही नहीं, फिर ऊपर से रजाई डाल दी और जब देखा नरेंद्र नाथ की मौत हो गई उसके बाद उनके मुंह पर टेप लगा दिया, ताकि लगे कि कोई अंजान बदमाश आये और लूटपाट करके हत्या की है. इसके तुरंत बाद ऊपर गए और सुमन नाथ से पानी मांगने लगे. हालांकि इस दौरान जब दरबाजा नहीं खुला तो थक्का मारा. इसके बाद सुमन नाथ ने दरवाजा खोलते हुए कहा कि आ जाओ तुम्हें पानी देती हूं. सुमन नाथ जैसे ही पानी लेने गई उतने में सुभाष कमरे में घुस गया. जब उसने पूछा कि तुम कमरे में कैसे घुस गए वैसे ही रोहित ने सुमन नाथ को गोली मार दी, जोकि सीने में लगी. इसके बाद सभी बदमाश मृतका के गहने और 30 हजार रुपये लेकर फरार हो गए.
बहरहाल, राजेश कुमार (डीसीपी ग्रेटर नोएडा) ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने चैकिंग अभियान चलाया.बाइक पर आता देख इन दोनों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन इन दोनों ने पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया तभी जबाबी फायरिंग में दोनों के पैर में गोली लग गई और इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस टीम को एक दिन पहले पता चल चुका था कि यह दोनों इसी जिले में है और कोर्ट में सरेंडर करना चाह रहे हैं, तभी आज इधर इनके मूमेंट की सूचना थी और इनसे मुठभेड़ हुई है. घटना वाले दिन यही दोनों पहले मृतक नरेंद्र नाथ के घर गए थे और फिर शराब की पार्टी शुरू की थी. चाउमीन और मोमोज खाना शुरू किए उसके बाद इन्होंने अपने दोनों साथियों को बुला लिया जो पहले पकड़े जा चुके हैं. पहले इन चारों ने नरेंद्र की हत्या की थी और फिर ऊपर जाकर सुमन नाथ की हत्या कर लूटपाट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए. पुलिस के मुताबिक, इनके ऊपर 25-25 हजार का इनाम घोषित था. इस दोहरे हत्याकांड के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करना हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती थी. जबकिइनके पास से दो तमंचे, सभी दस्तावेज, एक बाइक, लुटे हुए गहने और नगदी बरामद कर ली है.