आर्चर ने डेली मेल में अपने कॉलम में लिखा, ‘5वें दिन का विकेट बेहद खराब था. यह संभवत: मेरी द्वारा देखी गई सबसे खराब पिच है. मैंने इसे नारंगी रंग में देखा, पिच के कुछ हिस्से टूटे हुए थे और यह रफ हो गई थी. यहां गेंदबाज आसानी से निशाना बना सकते थे. जब हमें आखिरी दिन नौ विकेटों की जरूरत थी, मुझे पूरा यकीन था कि हम इसे हासिल कर सकते हैं. हालांकि घरेलू मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों की बड़ी प्रतिष्ठा है. तो हमें यह भी पता था कि वह इन परिस्थितियों का सामना बाकी खिलाड़ियों से बेहतर कर सकते हैं. मुझे उम्मीद थी कि दोपहर के ड्रिंक्स तक मैच खत्म हो जाएगा.’
यह भी पढ़ें:
कौन हैं इकबाल अब्दुल्ला, जिन्हें कप्तान बनाने की खबर पर जाफर ने दी सफाई, आजमगढ़ से है रिश्ता
IND vs ENG: टी नटराजन को BCCI के अनुरोध पर TNCA ने विजय हजारे ट्रॉफी टीम से छोड़ा
आर्चर ने भारत के खिलाफ मिली जीत को बेहद खास बताया है. उन्होंने कहा कि मैंने दुनिया कई हिस्सों में बहुत से टूर्नामेंट खेले हैं और वहां जीत भी हासिल की है. हालांकि एक अच्छी टीम के खिलाफ टेस्ट मैच जीतना अलग एहसास देता है. इसकी तुलना नहीं की जा सकती. आर्चर ने चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में दो जबकि दूसरी पारी में एक विकेट हासिल किया था. पहली पारी में उन्होंने भारतीय सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और शुभमन गिल को पवेलियन भेजा था.