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रतलाम2 घंटे पहले
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कला मानव जीवन का मुख्य अंग है, इसकी तकनीकों पर चर्चा करना विद्यार्थियों व समाज के अन्य वर्गों के लिए निश्चित ही लाभकारी रहेगा। यह बात गुरुवार को कन्या महाविद्यालय में डॉ. आरके कटारे ने कही। वे चित्रकला विभाग के एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार में बोल रहे थे। वेबिनार का आयोजन कन्या महाविद्यालय ने ही किया।
चित्रकला, तकनीक और रोजगार… विषय पर आयोजित वेबिनार में शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय भोपाल के चित्रकला विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. आलोक भावसार, शासकीय महाराजा महाविद्यालय छतरपुर में चित्रकला के प्राध्यापक प्रो. एसके छारी व ग्वालियर के ललित कला संस्थान से निहारिका सिंघल मुख्य वक्ता थीं। वेबिनार के संयोजक व विभागाध्यक्ष चित्रकला के रवि राज विश्वकर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा को बताया।
प्रथम वक्ता डॉ. आलोक भावसार ने ललित कलाओं में रोजगार की संभावना के तहत चित्रकला की तमाम तकनीकियों की चर्चा की। द्वितीय वक्ता प्रो. एसके छारी ने छतरपुर के शैलचित्रों के बारे में बताया। प्रो. निहारिका सिंघल ने आधुनिक चित्रकला की तकनीक व कम्प्यूटर आधारित कला की बारीकियां बताईं। प्रो. सौरभ गुर्जर, गुणवत्ता प्रभारी डॉ. अनिल जैन, डॉ. सुरेश चौहान, प्रो. सुषमा कटारे, डॉ. माणिक डांगे, डॉ. अनामिका सारस्वत मौजूद थे।