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श्योपुर18 घंटे पहले
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पुलिस और माफिया की मिलीभगत के कारण अवैध रेत पर प्रतिबंध नहीं, पुलिस बोली- हमें भी अपनी जान प्यारी
- अफसरों पर हमले के बाद भी बड़ौदा थाना और सामरसा चौकी के सामने से निकल रहे रेत के वाहन
- सामरसा चौकी प्रभारी बोले- हम तो चैनल बंद कर सो जाते हैं, क्या पता कब माफिया कुचल जाए
पुलिस, वन और खनिज विभाग के अफसरों पर रेत माफिया हमले करने से नहींं चूक रहा है। इसके बाद भी न तो पुलिस, वन और खनिज विभाग ने संयुक्त कार्रवाई की और न ही अवैध परिवहन रोकने के लिए कोई पहल की गई। हाल यह है कि थाने और चौकियों के सामने से रात के समय अब भी धड़ल्ले से रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉलियां गुजर रही हैं। लेकिन किसी भी तरह की रोक टोक नहीं है।
जाहिर है पुलिस की माफिया के साथ मिलीभगत है। आखिर माफिया बेखौफ हो भी क्यों न। क्योंकि पुलिस को डर जो माफिया से लगता है। जी हां, यह हम नहीं खुद वे चौकी प्रभारी कह रहे हैं, जिन पर माफिया को नेस्तनाबूद करने की जिम्मेदारी है। सामरसा चौकी प्रभारी से जब पूछा गया कि रात के समय अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली चौकी के सामने गुजरती है, फिर भी उन पर कार्रवाई नहीं होती तो उन्होंने कहा- हम खुद अपनी सुरक्षा कर रहे हैं। क्या पता कार्रवाई करने जाएं और माफिया हमें कुचल दें।
बड़ौदा थाना- पार्वती नदी से ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत के परिवहन थानों के सामने से कर रहे हैं। रघुनाथपुर, ओछापुरा व मानपुर थानों से रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉली माफिया दौड़ा रहा है। रघुनाथपुर थाना प्रभारी रीना सोलंकी के मोबाइल 7587620572 व ओछापुरा थाना प्रभारी कीर्ति राजावत के मोबाइल 6264608983 पर कई कॉल किए, लेकिन उनके नंबर स्विच ऑफ आते रहे।
नहीं गुजर रहीं अवैध रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली
यह गलत है कि थाने के सामने से अवैध रेत का परिवहन हो रहा है यह बात दूसरी है कि पंचायतों में जो रेत जाती है वह थाने के सामने से गुजरती हो वह लोगों के जेहन में आ गया हो, लेकिन अवैध रेत परिवहन नहीं हो रहा है। मामला संज्ञान में आता है तो कार्रवाई की जाएगी।
-मनोज झा, टीआई, बड़ौदा
सामरसा चौकी- राजस्थान के सवाई-माधौपुर क्षेत्र से सामरसा चौकी के सामने से देर रात में रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली निकाले जा रहे है। इन्हें पुलिस देखकर भी अनदेखा करने में लगी है। बुधवार की रात सामरसा चौकी के सामने से रात के समय ट्रैक्टर-ट्रॉली गुजरी। लेकिन किसी ने रोका तक नहीं। यह हाल केवल एक दिन का नहीं है बल्कि रोजाना यही स्थिति है।
हम चौकी का चैनल बंद कर सो जाते हैं
रात में क्या हो रहा है, क्या नहीं इससे मतलब नहीं है। हम चौकी का चैनल बंद कर सो जाते हैं। क्योंकि अपनी सुरक्षा पहले है। क्या पता कब कौन रेत का ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने पर कुचल दे। इसलिए मैंने अपने स्टॉफ को रेत के अवैध परिवहन रोकने से मना किया हुआ है।
-प्रदीप त्यागी, चौकी प्रभारी, सामरसा
किस थाना क्षेत्र में कहां से आ रही रेत…
1. सामरसा चौकी- राजस्थान के सवाई-माधौपुर की ओर से रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली चौकी के सामने से ही गुजर रहे हैं। जिन पर पुलिस की कोई रोक नहीं है।
2. बड़ौदा थाना- पार्वती नदी से अवैध खनन कर रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉली लाए जा रहे हैं, जो रात के समय थाने के सामने से गुजर रहे हैं। फिर भी कार्रवाई नहीं।
3. रघुनाथपुर व ओछापुरा थाना- इन थानाें के सामने से गुजरने वाली रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली चंबल नदी से भरकर आती हैं, लेकिन पुलिस टोकती तक नहीं।
4. ढोढर थाना- चंबल नदी के बगदिया क्षेत्र से रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉली दिन में ही निकाले जा रहे हैं, जो ढोढर के बाजार व थानों के सामने से होकर गुजर रहे हैं।
नहीं निकल रही रेत
हमारे थाने के सामने से कोई रेत नहीं गुजर रही है। मैंने तो अभी तक कोई रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली भी नहीं देखी निकलती हम पूर्व में भी कार्रवाई कर चुके हैं। कोई पुराना स्टॉक किसी का पड़ा हुआ हो तो वह रात में चोरी छुपे निकाल ले गया हो।
-एसआर कंसाना, थाना प्रभारी, मानपुर
कसम खाकर कहता हूं, नहीं निकल रही रेत
मैं तो कसम खाकर कह रहा हूं थाने के सामने से एक ट्रॉली क्या एक तसला भी रेत नहीं निकल रही है। अभी तो रेत को लेकर वैसे भी कार्रवाई चल रही है तो मैं इतनी ढील तो दूंगा ही नहीं कि मेरे क्षेत्र से होकर रेत गुजर जाए।
-विकास सिंह तोमर, थाना प्रभारी, ढोढर
मैं करवाता हूं कार्रवाई
मेरे संज्ञान में यह मामला अभी आया है, इसमें मैं पुलिस अधीक्षक से बात करता हूं। जल्द ही श्योपुर जिले में रेत के अवैध परिहवन पर कार्रवाई सख्ती से शुरू की जाएगी।
-राजेश हिंगणकर, डीआईजी, चंबल संभाग