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रतलाम3 घंटे पहले
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मंडल का रतलाम-गोधरा सेक्शन 1381 किमी लंबे दिल्ली-मुंबई रूट पर 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर चलाने में बड़ी बाधा साबित हो रहा है। वजह रतलाम-गोधरा रेल खंड के तीन बड़े घाट वदो शाॅर्प सहित आठ कर्व हैं। इनकी वजह से 189 किमी लंबे रतलाम-गोधरा रेलखंड में गाड़ियां 100 से 120 किमी की स्पीड पर ही चल पाती हैं। ट्रैक मजबूत करने के बाद रेलवे ने शनिवार से मेघनगर-लिमखेड़ा की स्पीड बढ़ाकर 100 से 110 और लिमखेड़ा-गोधरा की स्पीड बढ़ाकर 120 किमी प्रति घंटे कर दी है।
अब 160 की स्पीड के लिए तैयार हो रहा रतलाम-नागदा सेक्शन – रतलाम-गोधरा की स्पीड बढ़ाने के बाद अब रेलवे ने रतलाम-नागदा सेक्शन पर फोकस कर लिया है। अभी इस सेक्शन में ट्रेन 130 की स्पीड पर चल रही है। इसे 160 करने के लिए रेलवे ट्रैक, सिग्नल, ब्रिज को मजबूत करेगा। प्रोजेक्ट बन चुका है, अप्रैल से इस पर काम शुरू हो जाएगा।
योजना बंद- रतलाम-गोधरा सेक्शन के कर्व और घाट को सुधारने की योजना भी रेलवे ने बंद कर दी है। वजह लंबे घाट और कर्व हैं। वहीं यह एक बड़ा और खर्चीला प्रोजेक्ट है। रेलवे ने शुरुआती सर्वे के बाद सामने आई रिपोर्ट देखने के बाद प्रोजेक्ट की फाइल बंद कर दी है।
दिल्ली-मुंबई रूट की स्पीड (किमी प्रति घंटा)
दिल्ली-मथुरा 130
मथुरा-कोटा 130
कोटा-नागदा 130
नागदा-रतलाम 130
रतलाम-मेघनगर 100
पहले 100 थी)
मेघनगर-लिमखेड़ा 110
पहले 100 थी)
लिमखेड़ा-गोधरा 120
पहले 110 ही थी)
गोधरा-मुंबई 130
रतलाम-गोधरा सेक्शन में कम गति की ये वजह
दो ग्रेडिएंट – लिमखेड़ा से मंगल महुड़ी स्टेशन तक करीब 2.4 किमी का और संत रोड से चंचलाव स्टेशन के बीच 1.9 किमी में 1 इन 150 का ग्रेडिएंट।
आठ कर्व – संत रोड स्टेशन यार्ड में 2 डिग्री, दाहोद यार्ड में 1 डिग्री, दाहोद-बोरड़ी के बीच 3, पंचपिपलिया यार्ड में 3, पंचपिपलिया-अमरगढ़ के बीच 3 से 5,रतलाम ए केबिन 3 डिग्री
यह होगा फायदा- {35 हजार यात्रियों का करीब 1 घंटा बचेगा।
- पूरे रूट पर 130 किमी की गति पर ट्रेन चलने से दिल्ली-मुंबई का सफर 13 से 13.15 घंटे में पूरा होने लगेगा।
- इसके बाद रेलवे राजधानी ट्रेनों को ओवर नाइट एक्सप्रेस के रूप में चला सकेगा।
- रेलवे को हाईस्पीड ट्रेनों को चलाने में आसानी होगी।
ड्राइवरों की परेशानी –घाट और कर्व वाले सेक्शन में गुड्स ट्रेन में 4 से 5 हजार टन का लोड होता है, ऐसे में घाट पर चढ़ने और उतरते वक्त ड्राइवरों को स्पीड मेंटेन करना पड़ती है। इसमें चूक होने पर ट्रेन खड़ी या रोल बैक हो जाती है।
रतलाम नागदा ट्रैक पर 160 की गति ^सिर्फ मंडल के रतलाम-गोधरा सेक्शन में 100 से 120 किलोमीटर की गति पर चल रही है। रतलाम-नागदा ट्रैक को जरूर 160 किमी प्रति घंटे के लिए तैयार कर रहे हैं।
विनीत गुप्ता, डीआरएम