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- The Bodies Of Two Shivpuri Youths Found Dead In Two Days From Tapovan Tunnel, Two Friends Still Missing
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ग्वालियर3 मिनट पहले
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उत्तराखंड के चमोली में रेस्क्यू करते एनडीआरएफ व सेना के जवान, 7 फरवरी को ग्लेशियर फटने से आई थी त्रासदी
- चमोली में ऋषि पावर प्लांट पर मजदूरी करने गए चार युवक फंस गए थे
- चारों सुरंग में मलबे के बीच दब गए थे
9 दिन पहले उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से आई तबाही में शिवपुरी के चार युवक तपोवन की सुरंग में फंस गए थे। 9 दिन बाद दो के शव मिल गए हैं। दो अभी भी लापता हैं। सोनू लोधी का शव रविवार शाम को मिला था, जबकि गजेन्द्र पवैया का शव सोमवार सुबह मिला है। दोनों के परिजन शवों को लेने के लिए रवाना हो गए हैं। शिवपुरी कलेक्टर भी उत्खराखंड सरकार के संपर्क में है। जिससे पीड़ित परिवार को शव मिलने में कोई परेशानी न आए। उत्तराखंड में अभी तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी वहां फंसे हुए हैं। जिनको निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।

तपोवन की सुरंग के गेट पर दलबल में फंसे इन दोनों युवकों के शव मिल चुके हैं।लाल जैकेट में सोनू लोधी और दूसरा गजेन्द्र पवैया है
शिवपुरी से सोनू लोधी के साथ तीन अन्य युवक धमकन गांव का 28 वर्षीय भानुप्रताप सिंह सिकरवार पुत्र नाथू सिंह सिकरवार, 32 वर्षीय गजेंद्र सिंह पवैया पुत्र रामसिंह पवैया और 34 वर्षीय राकेश पुत्र मेहताब सिंह लोधी, ओम मेटल कंपनी द्वारा उत्तराखंड के चमोली में बनाए जा रहे ऋषि पावर प्लांट पर मजदूरी करने गए थे। 9 दिन पहले ग्लेशियर फटने से चमोली में आई त्रासदी में सैकड़ों लोगों के साथ तपोवन की सुरंग में काम करहे यह चारों युवक भी फंस गए थे। पहले ही दिन से इनके परिजन परेशान थे। यह चारों टनल के गेट पर बेल्डिंग का काम कर रहे थे। बीते 9 दिन लगातार उत्तराखंड में सेना, एनडीआरएफ के रेस्क्यू दल बचाव कार्य में लगे थे। रविवार शाम सोनू लोधी का शव टनल गेट के पास दलदल में फंसा मिला था। इसके बाद यह तय हो गया था कि अन्य तीन युवक भी आसपास ही होंगे। इसी मामले में सोमवार सुबह गजेन्द्र पवैया का शव भी जहां सोनू का शव मिला था वहां से 100 कदमों की दूरी पर दलदल में फंसा मिला है। पर भानु प्रताप और राकेश लोधी का अभी तक कुछ पता नहीं चला है।

पहले बैठा युवक राकेश है और दूसरा भानु प्रताप, यह दोनों ही अभी नहीं मिले हैं
रविवार को ही लौटकर आए थे परिजन
ग्लेशियर फटने और चारों युवकों के दलदल में दबने की खबर के बाद से ही उनके परिजन उत्तराखंड के चमोली में पहुंच गए थे। चारों का कुछ पता नहीं चलने पर रविवार सुबह ही परिजन लौटकर वापस आए थे। पर रविवार शाम को सोनू और सोमवार सुबह गजेन्द्र के शव मिलने पर परिजन वापस चमोली के लिए रवाना हो गए हैं।
लॉकडाउन के बाद गए थे काम पर
चारों युवक लॉकडाउन में वापस शिवपुरी आ गए थे, लेकिन दीपावली के बाद जब हालात सामान्य हुए तो ओम मेटल कंपनी की ओर से बार-बार कॉल कर उन्हें बुलाया जा रहा था। इसी पर चारों युवक वहां पहुंचे थे। पर उनका परिवार नहीं जानता था कि लॉकडाउन में वह सुरक्षित निकलकर आ गए पर अब कभी नहीं लौटेंगे।
दोनों के सकुशल होने की कर रहे प्रार्थना
लापता राकेश और भानु प्रताप के परिजन को अब भी उम्मीद है कि यह दोनों जिंदा कहीं फंसे होंगे। उन तक मदद पहुंचेगी और वह सुरक्षित अपने घर आ जाएंगे। इसके लिए वह लगातार प्रार्थना कर रहे हैं। पर दो के शव मिलने से उनकी उम्मीद टूटती नजर आ रही है।