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- Dhirendra Had Made The Video With The Girl, Alcohol And Cigarettes, He Would Have Made The Video Viral If He Had Not Taken The Vault
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ग्वालियर3 मिनट पहले
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छात्र गौरव सिंह ने कोर्ट में बयान देते हुए रविन्द्र, धीरेन्द्र व रनिया पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है
- कोर्ट में टाइल्स कारोबारी के बेटे ने बयान में रविन्द्र, धीरेन्द्र व रनिया के नाम लिए
- सवा लाख का मोबाइल भी धीरेन्द्र के नाम पर खरीदना बताया
सहकारिता मंत्री के भतीजे और टाइल्स कारोबारी के बेटे ने कोर्ट में अपने बयान दिए हैं। धीरेन्द्र ने उसके लड़की, शराब और सिगरेट के साथ वीडियो बनाए थे। इन्हें वायरल करने की धमकी देकर वह छात्र को ब्लैकमेल कर रहा था। यदि छात्र तिजोरी लेकर नहीं जाता तो वह वीडियो वायरल कर उसे बदनाम कर देता। छात्र ने कोर्ट में धीरेन्द्र, रनिया तोमर व रविन्द्र गुर्जर के नाम ब्लैकमेल करने वालों में बताए हैं। पुलिस ने धीरेन्द्र और रनिया तोमर को गिरफ्तार भी कर लिया है।
महाराजपुरा के शताब्दीपुरम से लापता टाइल्स कारोबारी देवेन्द्र भदौरिया के बेटे गौरव ने सोमवार को कोर्ट में बयान दिए हैं। पूरे मामले में उसने नया खुलासा किया है। छात्र ने बताया है कि कुछ समय पहले एक लड़की के साथ वह बैठा था तब धीरेन्द्र ने उसके फोटो-वीडियो बना लिए। इसी तरह उसके शराब और सिगरेट पीते समय के वीडियो भी उसने बना लिए। तभी से धीरेन्द्र गुर्जर, रविन्द्र गुर्जर व रनिया तोमर उसे ब्लैकमेल कर रहे थे। वह बार-बार कहते थे कि वह अपने घर की तिजोरी और कैश लाकर उन्हें दे दे। उसके ऐसा नहीं करने पर वह यह वीडियो वायरल कर उसे बदनाम कर देंगे। इसके बाद खुद ही उसका पिता उसे घर से निकाल देगा। इसी से छात्र डर गया था। उसके बाद वह तिजोरी लेकर भागने को विवश हुआ।
अपने नाम पर ही धीरेन्द्र ने बनवाया था बिल
दिल्ली में उसने एप्पल का 1 लाख 30 हजार रुपए का मोबाइल खरीदा तो वह धीरेन्द्र के लिए खरीदा था। उसका बिल भी धीरेन्द्र के नाम पर है। बयान के बाद पुलिस ने धीरेन्द्र और रनिया तोमर को गिरफ्तार कर लिया है। रविन्द्र गुर्जर अभी भी फरार है।
यह था मामला
महाराजपुरा के शताब्दीपुरम में टाइल्स कारोबारी देवेन्द्र भदौरिया का इकलौता बेटा 17 वर्षीय गौरव भदौरिया शुक्रवार शाम 5 बजे अचानक लापता हो गया था। उसके लापता होने के बाद पता लगा कि वह गायब होने से पहले घर की अलमारी में रखी लोहे की तिजोरी भी उठा ले गया है। जिसमें 8 लाख रुपए नकद, सोने और डायमंड के लाखों रुपए के जेवरात रखे थे। कारोबारी देवेन्द्र भदौरिया ने खुद को सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया का भाई बताते हुए महारजपुरा थाना में शिकायत की थी। साथ ही धीरेन्द्र गुर्जर, रोहित, नीरज, विवेक गुर्जर, रनिया तोमर व सतीश पाल पर अपहरण का संदेह जताया था। यह हाई प्रोफाइल मामला पुलिस के गले की हड़डी बना हुआ था। पुलिस को सबसे बड़ी टेंशन छात्र के हाथ में 22 से 25 लाख रुपए का माल होने पर उसकी जान को खतरे का था। पुलिस ने दिन रात मेहनत कर रविवार सुबह 4 बजे छात्र को मुरैना के धनेला गांव से बरामद कर लिया था।