उन्होंने लिखा कि टीम इंडिया अब तक खराब बताई जा रही पिच पर 523 रन बना चुकी है और उसके दो विकेट बाकी है. क्या अब भी इसे खराब ही कहा जाएगा? वॉर्न की तरह ही टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने भी पिच पर सवाल उठाने वाले इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों पर बड़े चुटीले अंदाज में तंज कसा. उन्होंने ट्विटर पर अश्विन की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि वो कह रहे हैं कि यह विकेट बल्लेबाजी के लिए ठीक नहीं है. किसी भी तरीके से इस पर बल्लेबाजी नहीं की जा सकती है. लेकिन अश्विन ने दिखा दिया कि यह कैसे संभव है.
दोनों पारियों में भारत ने बेहतर बल्लेबाजी की
दरअसल, टीम इंडिया ने चेन्नई टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा के 161 रनों की मदद से 329 रन बनाए. जवाब में इंग्लैंड की टीम 134 रन सिमट गई. इसके बाद ये बातें होने लगी चेन्नई टेस्ट की विकेट काफी बेकार है. लेकिन इसी पिच पर खेलते हुए टीम इंडिया ने दूसरी पारी में भी अश्विन के 106 और कप्तान विराट कोहली के 62 रन की बदौलत 286 रन बनाए और इंग्लैंड को जीत के लिए 482 रन का टारगेट दिया.
वॉर्न ने खिलाड़ियों को आराम देने के इंग्लैंड के फैसले पर सवाल उठाए
वॉर्न ने इस टेस्ट के लिए इंग्लैंड के प्लेइंग-11 को लेकर भी सवाल उठाए. इसे लेकर इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन और वॉर्न के बीच ट्विटर पर लंबी बात हुई. वॉर्न ने पीटरसन से सवाल पूछा कि इस टेस्ट के लिए इंग्लैंड ने जिमी एंडरसन, जोस बटलर औऱ डॉम बेस को क्यों आराम दिया. मुझे समझ नहीं आया कि बीच सीरीज में एक टेस्ट के लिए इन खिलाड़ियों को क्यों आराम दिया गया. जबकि यह चोटिल नहीं थे. जबकि दूसरे और तीसरे टेस्ट के बीच 7 दिन से ज्यादा का वक्त था और जैसे इस टेस्ट में इंग्लैंड की स्थिति नजर आ रही है, उस हिसाब से तो गैप बढ़कर 8 से 9 दिन का हो जाएगा. ऐसे में खिलाड़ियों को आराम देना समझ से परे. पीटरसन भी वॉर्न के इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए और सेलेक्टर्स के साथ ही टीम मैनेजमेंट के इस फैसले पर हैरानी जताई.
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वॉन ने एक दिन पहले चेन्नई पिच को खराब बताया था
एक दिन पहले ही इंग्लैंड के पूर्व कप्तान वॉन ने चेपॉक पिच की आलोचना की थी. उनके इस बयान पर वॉर्न ने पलटवार करते हुए कहा था कि जब भारत के पास पहले टेस्ट में कोई मौका नहीं था, तब किसी ने पिच के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला. कम से कम इस टेस्ट में दोनों टीमों के लिए पहली गेंद से चीजें एक समान रही हैं. इंग्लैंड ने खराब गेंदबाजी की जबकि रोहित, पंत और हाणे ने दिखाया कि इस पिच पर कैसे बल्लेबाजी की जाए.