जानकारी के मुताबिक, घरवाले उसे जैसे-तैसे एक हॉस्पिटल ले गए. लेकिन, मौत के आगे जिंदगी हार गई. बच्ची की मौत के बाद परिवार और पड़ोस में मातम पसरा हुआ है. बच्ची की मौत पर परिजनों का कहना है कि ये सब प्रशासन की लापरवाही से हुआ है.
प्रशासन की वजह से ये हरकतें कर रहे कुत्ते- परिजन
घरवालों का कहना है कि यहां कुत्ते प्रशासन की वजह से हिंसक हो गए हैं. क्योंकि, यहां दिन भर मृत जानवरों की चमड़ी उतारी जाती है. यही खा-खाकर कुत्ते जबरदस्त हिंसक बनते जा रहे हैं. ये छोटे तो छोटे बड़ों पर भी हमला करने से नहीं हिचकते.
नसबंदी की कुत्तों के हिंसक होने का एक कारण
बच्ची के माता-पिता ने यह भी कहा कि नगर-नगर निगम पूरे शहर के कुत्ते लाकर कठौंदा में छोड़ रहा है. इसकी वजह से यहां इनकी संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है. दूसरी ओर, कुत्तों की नसबंदी भी की जा रही है, जिससे वे और ज्यादा हिंसक हो गए हैं.
कमल पटेल ने कहा- जिम्मेदारों पर करेंगे कार्रवाई
दीपाली के मौत के मामले पर जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने गम्भीरता दिखाई है. उन्होंने कहा है कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. ज़िम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी.