कजियात में हंगामा मामला: पूर्व सचिव सलमान समर्थकों पर शासकीय कर्मचारी पर हमले की धारा भी जोड़ी

कजियात में हंगामा मामला: पूर्व सचिव सलमान समर्थकों पर शासकीय कर्मचारी पर हमले की धारा भी जोड़ी


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भोपाल2 मिनट पहले

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कजियात हंगामा मामले में पुलिस ने शासकीय कर्मचारी पर हमले की धारा भी जोड़ी

  • चार्ज नहीं देने पर पूर्व सचिव सलमान समर्थकों ने कजियात में घुसकर प्रभारी सचिव पर हमला किया था
  • पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए अलग-अलग ठिकानों पर दे रही दबिश

शाहजहानाबाद पुलिस ने मसाजिद कमेटी के पूर्व सचिव एसएम सलमान और उनके समर्थकों पर एफआईआर में बुधवार को शासकीय कार्य में बाधा डालने की एफआईआर भी जोड़ ली है। वहीं, पुलिस मामले में पांच नामजद के साथ अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। बता दें करीब दो माह पहले शासन के आदेश से मसाजिद कमेटी के सचिव पद से हटाए गए एसएम सलमान को कोर्ट के आदेश के बाद भी चार्ज नहीं देने पर उनके समर्थकों ने मंगलवार को प्रभारी सचिव एवं कार्यालय अधीक्षक यासेर अराफात पर हमला किया था। यासेर को इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमले के समय सलमान भी कमेटी दफ्तर में मौजूद रहे। वहीं, सलमान ने यासेर पर हुए हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया था।

यासेर के ऊपर फेंका कांच का गिलास, तोड़फोड़ भी की

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर 3:15 बजे कुछ लोग कजियात के अंदर आए और यासेर से चैंबर की चाबी और चार्ज नहीं देने पर बहस होने लगी। तभी किसी ने कांच का गिलास यासेर के ऊपर फेंका और भीड़ ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। शोर सुन मसाजिद कमेटी के कुछ कर्मचारी यासेर को बचाने आ गए। शाहजहांनाबाद पुलिस ने यासेर की शिकायत पर एसएम सलमान, ओसाफ बबलू, नसीम भोपाली, शाहनबाज खान समेत अन्य पर केस दर्ज किया।

पुलिस नहीं आती तो पता नहीं क्या होता

मसाजिद कमेटी के प्रभारी सचिव यासेर का कहना है कि मुझसे चार्ज मांगने का कोई औचित्य नहीं है। यह विषय शासन का है। उन्हें (सलमान) शासन के समक्ष अपनी बात रखनी चाहिए। मेरे साथ काफी अभद्रता हुई है। मुझे एक माह से प्रताड़ित किया जा रहा था। आज पुलिस नहीं आती तो पता नहीं क्या होता।



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