जानकारी के अनुसार, 19 वर्षीय हीरालाल कुशवाह, 20 वर्षीय संजय केवट और 20 वर्षीय पंकज केवट सभी निवासी घटवाहा मजदूरी करते हैं. वह मंगलवार की सुबह करीब 5 बजे एक ट्रैक्टर पर मजदूरी करने घर से निकले थे. बताया गया है कि यह मजदूर रेत खदान पर मजदूरी करके रेत निकालकर टैक्टर में भर रहे थे, तभी रेत निकालते समय खदान धसक गई . इससे तीनों युवक दब गए. स्थानीय लोगों ने दबे मजदूरों को बाहर निकाला. उनके सिर ओर सीने में गंभीर चोटें आईं थी. सभी घायलों को उनके परिजन इलाज के लिए झांसी मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे, जहां जांच के बाद डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. निवाड़ी एसपी आलोक कुमार के अनुसार रेत के टीले गिरने से मजदूर घायल हो गए थे. उनकी उपचार के दौरान मौत हुई है.
मजदूरों की मौत पर किया प्रदर्शन
रेत खदान में दबकर तीनों युवकों की मौत पर उनके परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने शव खदान में रख दिए, जहां पर मृतक के स्वजन कलेक्टर व अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे. हंगामे की जानकारी मिलने पर एसडीओपी शैलेंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार ओरछा रोहित वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने मृतक के स्वजनों को समझाबुझाकर शांत किया. मामला शांत होने के बाद मौके पर पंचानामा बनवाया और शवों को पीएम के लिए भेज दिया. प्रदर्शन के दौरान मृतक के परिजनों ने शासन से आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की है.