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भोपाल41 मिनट पहले
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सीधी बस हादसे के बाद अब प्रदेश में यात्री बसों की जांच का अभियान 18 फरवरी से शुरू हो रहा है।
- परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने सभी RTO को जारी किया निर्देश
- मंत्री गाेविंद सिंह राजपूत के निर्देश- नियमों का उल्लघंन करने वाले रसूखदार को भी न छोड़ें
सीधी जिले में 16 फरवरी को हुए दर्दनाक बस हादसे में 51 लोगों की मौत के बाद शिवराज सरकार की नींद टूटी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मृतकों के परिजन से मुलाकात संवेदना व्यक्त की थी। इसके बाद प्रदेश भर में 18 फरवरी से यात्री वाहनों की जांच का अभियान चलाया जाएगा। परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने बुधवार देर शाम इस संबंध में सभी जिलों के आरटीओ को निर्देश जारी किए।
मिश्रा ने कहा, मानवीय भूल के चलते यह हादसा हुआ है। घटना की जांच कराई जा रही है, ताकि दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता चल सके। उन्होंने कहा कि गुरुवार से एक सप्ताह तक पूरे प्रदेश में यात्री वाहनों की जांच का अभियान शुरु किया जा रहा है। इस दौरान यात्री वाहनों का फिटनेस, सुरक्षा के लिए लगवाए गए दोनों दरवाजे और स्पीड गवर्नर की जांच कराई जाएगी। यदि कहीं गड़बड़ी या लापरवाही पाई जाती है, तो बस संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन मंत्री परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन न करने वाले बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जांच अभियान में लापरवाही या कोताही न बरती जाए। चाहे कोई रसूखदार हो, यदि नियमों का उल्लंघन किया, तो कार्रवाई की जाए। राजपूत ने अफसरों से कहा कि किसी का फोन आए, तो भी कार्रवाई न रोकी जाए।
भोपाल, विदिशा और जबलपुर में बुधवार को सक्रिय हो गया था अमला
भोपाल आरटीओ उड़नदस्ते ने बुधवार को यात्री बसों की चेकिंग शुरू कर दी। अमले ने सुबह से शाम तक इंदौर रोड खजूरी सड़क पर बसों का चेकिंग अभियान चलाया था। इस दौरान भोपाल, सीहोर, इंदौर मार्ग पर बिना फिटनेस, बीमा के दौड़ रही दो बसों को जब्त कर लिया है। शाम छह बजे तक लगातार रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद रोड पर बसों का चेकिंग अभियान चलाया गया। भोपाल के अलावा विदिशा, रायसेन और जबलपुर में भी आरटीओ सड़क पर उतरे थे।