सीधी से लौटते ही मुख्यमंत्री ने तमाम आला अधिकारियों को तलब किया.सीएम ने कहा सड़क की मरम्मत और क्रेन की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से की जाए.वैकल्पिक मार्ग विकसित करने के लिए जल्द से जल्द कार्य योजना बनाकर अमल शुरू किया जाए.पूरे प्रदेश में बसों की फिटनेस और ओवरलोडिंग के संबंध में अभियान चलाने के निर्देश भी सीएम ने दिए.उन्होंने प्रदेश में घाटों, दुर्गम मार्गों, खराब सड़कों का सर्वे कर फौरन काम करने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में आवश्यक उपाय किये जाएं.
सीधी में फटकार
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल रात सीधी में भी अधिकारियों की एक बैठक ली थी.उसमें मुख्यमंत्री ने तमाम अधिकारियों की क्लास ली. अधिकारियों ने तर्क दिया था कि परीक्षा की वजह से बस ओवरलोड थी.इस पर सीएम ने नाराज़गी जताते हुए फटकार लगाई.साथ ही सड़क की मरम्मत समय पर ना होने पर एमपीआरडीसी के अधिकारियों को आड़े हाथों लिया.सीधी बस हादसे में फिलहाल चार अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है.इसमें सीधी के आरटीओ भी शामिल हैं.
https://www.youtube.com/watch?v=PlkuDWbUH3Y
हादसे के बाद सक्रियता
सीधी हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक तरफ जहां सख्त नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पूरा प्रशासनिक अमला तेजी दिखा रहा है. खुद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भोपाल में होशंगाबाद रोड पर जाकर गाड़ियों की फिटनेस चैक की.जबलपुर सहित अलग-अलग शहरों में भी आरटीओ ओवरलोड गाड़ियों के खिलाफ चेकिंग चला रहा है. सवाल यह है कि आखिर कार हादसों के बाद ही सिस्टम सक्रिय क्यों होता है.