देवरी का भुईमाड इलाका उस वक्त शोक में डूब गया जब एक ही घर से दो अर्थियां निकलीं. ये अर्थियां थीं पति अजय और पत्नी तपस्या की. देखने वालों को यह समझ ही नहीं आ रहा था कि इस पर प्रतिक्रिया दें तो क्या दें? जो लोग श्मशान तक साथ जा सकते थे, वो गए, जो नहीं जा सकते थे, उन्होंने उसी जगह आंसुओं से श्रद्धांजलि अर्पित की.
पत्नी को पढ़ा-लिखा कर कुछ बनाना चाहते थे अजय
26 साल के अजय पनिका अपनी 21 साल की पत्नी तपस्या को पेपर दिलवाने के लिए सतना जा रहे थे. तपस्या सीधी के कमला कॉलेज में बीएससी की पढ़ाई कर रही थीं. वो सीधी में ही रही थीं. दोनों इसी बस से सतना जाने के लिए रवाना हुए थे. दोनों की शादी 28 जून 2020 को हुई थी और महज 8 माह बाद इन दोनों की इस हादसे में जान चली गई. विवाह के समय साथ जीने-मरने की कसमें खाई जाती है और वह कसम सच ही सबित हुई. अजय और तपस्या एक साथ इस दुनिया से विदा हो गए.
51 शव निकाले जा चुके
बस हादसे में मारे गए 51 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं, लेकिन अब भी कुछ लोग लापता हैं. सुबह से चल रहा सर्चिंग ऑपरेशन अंधेरा होने के कारण फिलहाल रोक दिया गया है. अब गुरुवार सुबह फिर से सर्चिंग अभियान शुरू होगा. लापता लोगों के रिश्तेदार अपनों की तलाश में बेहाल हैं.