देर रात पुलिस की दस्तक: भू-माफिया के एक दर्जन ठिकानों पर दबिश, कुछ हिरासत में कुछ फरार , 15 साल में 6 हजार FIR ,20 हजार से अधिक पीड़ित

देर रात पुलिस की दस्तक: भू-माफिया के एक दर्जन ठिकानों पर दबिश, कुछ हिरासत में कुछ फरार , 15 साल में 6 हजार FIR ,20 हजार से अधिक पीड़ित


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Indore
  • The Land Mafia Hits A Dozen Targets, Some Absconding In Custody, 6 Thousand FIRs In 15 Years, More Than 20 Thousand Victims

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

इंदौर11 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

खजराना इलाके में देर रात पुलिस ने कई माफियाओं के घरों पर दबिश दी

शहर में गृह निर्माण संस्थाओं के माध्यम से लोगों के प्लॉट पर कब्जे का अवैध कारोबार लंबे समय से जारी है।माफिया अपने रसूखदार के दम पर प्लॉट धारकों से पैसा लेने के बाद भी प्लॉट नहीं देने, अवैध कब्जा करने, धमकी देने जैसे कारनामे कर करोड़ों रुपए के आसामी बन गए हैं। ऐसी ही संस्थाओं के कई बडे नाम जो कि भूमाफिया के रूप में शहर की कई संस्थाओं पर कब्जा जमाए बैठे थे, उन्हें प्रशासन ने सख्त कार्रवाई कर सबक सिखा दिया है, बल्कि प्लॉट धारकों को उनके प्लॉट का मालिकाना हक दिलवाया। इतना ही नहीं, भूमाफियाओं के खिलाफ छह एफआईआर भी दर्ज की गई, जिन्हें जल्द सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

तलाशी में रात भर जुटी रही खजराना पुलिस

तलाशी में रात भर जुटी रही खजराना पुलिस

यह सारा घपला 2006 –– पूर्वी रिंग रोड पर एमआर -10 के पास मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था की जमीन है । इसकी पुष्य विहार कालोनी में 1150 भूखड है । अधिकांश सदस्यों को 1985 से लेकर 2005 के बीच भूखडों की रजिस्ट्री करा दी गई थी । संस्था के 89 सदस्य ऐसे है जिनके भूखडो की रजिस्ट्री होने के बावजूद बाद में हेराफेरी हो गई।भू – माफिया दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक जैन ने सस्था के प्रबंधक नसीम हैदर के जरिए कटरचित दस्तावेज तैयार कर इन भूखों की करीब 5 एकड़ जमीन केशव नाचानी और ओमप्रकाश धनवानी को बेच दी । बताया जाता है कि यह जमीन 4 करोड़ रुपये में बेची गई । जमीन बेचने से मिली राशि सस्था के स्थायी खाते में जमा नहीं की गई । नंदा नगर सहकारी साख संस्था में मजदूर पंचायत समिति के नाम से करंट खाता खुलवाकर उसमें यह राशि जमा की गई । सस्था की आडिट रिपार्ट में भी यह जानकारी छिपाई गई।दीपक ( महा ) ने यह सारागड़बड़झाला अपने साले और समिति के तत्कालीन अध्यक्ष दीपेश कुमार वोरा और उपाध्यक्ष भाई कमलेश जैन के साथ मिलकर किया।जमीन के बदले नाचानी द्वारा चार चेक जारी किए गए । इसमें से एक चैक की 50 लाख रुपये की राशि ही मजदूर पचायत संस्था के खाते में आई , लेकिन तीन चेक के 1.50 करोड़ रुपये दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक जैन ने अपने सिटी बैंक के खाते में ट्रांसफर करवा लिए । जांच में पाया गया कि दिलीप सिसोदिया और दीपक जैन ( मदा ) एक ही व्यक्ति हैं । वह जमीनों के अवैध कारोबार में शामिल है और अलग – अलग जगह अपने दो नामों का उपयोग करता है।जमीनों की हेराफरी के धंधे में नाचानी और धनवानी भी शामिल है । धनवानी द्वारा जारी 2 करोड के चक की राशि भी संस्था के खाते मेही जमा हुई है । यह सारा घपला 2006 मे हुआ है

27 एकड की हिना पैलेस कालोनी– हिना पैलेस कालोनी के कर्ताधर्ता धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेजों से श्रीराम , सारथी , हरियाणा और शताब्दी गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं की जमीन खरीदते गए और उस पर एक नई हिना पैलेस कालोनी बना दी।खजराना क्षेत्र में गणेश मंदिर के पीछे वाले क्षेत्र में 15-20 साल पहले से हिना पैलेस कालोनी थी।यह कालोनी मात्र साढ़े 6 एकड़ में थी । बाद में यहा इन चार सहकारी संस्थाओं की जमीन खरीदकर इस पर करीब 27 एकड की नई हिना पैलेस कालोनी बना दी गई । प्रशासन और पुलिस की जांच में इस घोटाले में भी दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक जैन उर्फ मट्टा के अलावा जितेंद्र धवन और राजीव धवन मुख्य षडयंत्रकारी के रूप में सामने आए हैं । दरअसल , श्रीराम संस्था की 13 एकडस अधिक जमीन दिलीप सिसोदिया ने अलग – अलग रजिस्ट्रिया स 2006 में खरीदी । पूरी जमीन 1.5 करोड़ रुपये नकद कर खरीदी गई जिसमें से बड़ी राशि का से गवन श्रीराम संस्था के अनाधिकृत दी कताधर्ता रमेशचंद्र जैन ने किया । इनजमीन के लेनदेन में सिसोदिया नई नेनदानगर सहकारी साख संस्था में ना अनाधिकृत तौर पर खोले गए मजदूर पचायत संस्था के खाते से 90 लाख रुपये जैन के नियंत्रण वाली सुंदरम सहकारी साख सस्था में ट्रांसफर किए थे।सारथी सस्था की 154 एकड़ से कर अधिक जमीन वैभव महालक्ष्मी रियल एस्टेट कपनी के भागीदार मनीषपुरी निवासी जितेंद्र धवन और राजीव धवन ने खरीद ली । बाद में संस्था की यह जमीन हिना पैलेस कालोनी में जोडली गई।वैभव महालक्ष्मी रियल एस्टेट के ही भागीदार धवन बंधुओं ने हिना पैलेस कालोनी सही लगी हरियाणा गृह निर्माण सस्थाकी एक एकड से अधिक जमीन भी खरीदती । उन्होने शताब्दी संस्था की जमीन खरीदकर

पहली FIR —कनाड़िया अक्षय सिंह मरकाम की शिकायत पर आरोपी दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक जैन मद्दा, नसीम हैदर, कमलेश जैन, ओमप्रकाश धनवानी, दीपेश कुमार वोरा, केशव नाचानी पर केस दर्ज किया। आरोपियों
द्वारा संगमत होकर मजदूर पंचायत सहकारी समिति और जिला पंजीयक के संज्ञान में न लाते हुए नंदानगर साख संस्था का खाता खोलकर राशि प्राप्त की है और आवंटित प्लाटों के नाम पर धोखाधड़ी की।

दूसरी FIR –फरियादी तहसीलदार जूनीइंदौर सुदीप मीणा की शिकायत पर आरोपी दिलीप सिसौदिया, जितेंद्र धवन, राजीव, श्रीधर कदम, रामसेवक पाल, गुलाम सत्तार, रमेशचंद्र डी जैन पर केस दर्ज किए हैं। आरोपियोें ने संगमत होकर हिना पैलेस कॉलोनी का अवैध रूप से भूमियों को सम्मिलित कर धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर गठन किया। सभी ने बिना अनुमति सड़क आदि का विकास कर भूखंड भी बेच दिए।
तीसरी FIR -फरियादी डी देवराजन निवासी शालीमार टाउनशिप की शिकायत पर आरोपी दिलीप सिसौदिया, नसीम हैदर, कमलेश जैन, ओमप्रकाश धनवानी, दीपेश कुमार वोरा, केशव नाचानी पर केस दर्ज किया है।
आरोपियों द्वारा संगमत होकर मजदूर पंचायत सहकारी समिति पुष्प विहार कॉलोनी और जिला पंजीयक के संज्ञान में न लाकर नंदानगर सहकारी साख संस्था का खाता खोलकर राशि प्राप्त की और प्लॉटधारकों से धोखाधड़ी की है।

चौथी FIR – फरियादी उपायुक्त निगम अरुण शर्मा की शिकायत पर आरोपी दिलीप सिसौदिया, राजीव धवन, वैभव महालक्ष्मी रियल स्टेट तर्फे भागीदार जितेंद्र धवन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। आरोपियों ने
हिना पैलेस कॉलोनी में अवैध रूप से भूमि को सम्मिलित कर धोखाधड़ी की है। कॉलोनी का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गठन किया है। सभी ने बिना अनुमति के सड़क आदी का निर्माण किया है।
पांचवी FIR -एमआईजी में थाने में दर्ज रिपोर्ट में एसडीएम अंशुल खरे की शिकायत पर देवी अहिल्या श्रमिक कामगार सहकारी संस्था मर्यादित के रणवीर सिंह सूदन, प्रबंधक विमल लूहाड़िया, पुष्पेंद्र नीमा, दिलीप जैन, दिलीप सिसौदिया, उर्फ दीपक जैन, उर्फदीपक मद्दा, मुकेश सेवकराम खत्री , प्रतीक संघवी, सुरेंद्र संघवी, के खिलाफ धारा 406,420,467,468,471,120 बी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया ।

छटवी FIR – सिरोलिया की रिपोर्ट पर देवी अहिल्या श्रमिक कामगारी सहकारी संस्था मर्यादित के रणवीर सिंह सूदन, विमल लूहाड़िया, मेसर्स सिम्पलेक्स के संचालक पुष्पेंद्र नीमा, मेसर्स सिम्पलेक्स के संचालक दिलीप जैन,मेसर्स सिम्पलेक्स के संचालक दिलीप सिसौदिया, मेसर्स सिम्पलेक्स के संचालक मुकेश सेवकराम खत्री, मेसर्स सिम्पलेक्स के संचालक प्रतीक संघवी, सुरेंद्र संघवी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज
किया गया है।



Source link