भोपाल में निर्भया जैसा कांड: जांच SIT को सौंपी गई; राहुल ने भास्कर की खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लिखा- यही है बेटी बचाओ का सच

भोपाल में निर्भया जैसा कांड: जांच SIT को सौंपी गई; राहुल ने भास्कर की खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लिखा- यही है बेटी बचाओ का सच


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भोपाल4 घंटे पहलेलेखक: रोहित श्रीवास्तव/अजय वर्मा

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  • पुलिस इसे सिर्फ छेड़छाड़ का मामला बता रही है, आरोपी को पीड़ित के सामने नहीं ला रही
  • लड़की की मां ने पिछले मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मदद मांगी

भोपाल के कोलार इलाके में एक छात्रा से दुष्कर्म की कोशिश और उस पर जानलेवा हमला करने की खबर छपने के बाद कोलार TI सुधीर अरजरिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। DIG ने कहा है कि उन्होंने केस में लापरवाही बरती है। भास्कर में पीड़ित की आपबीती पब्लिश होने के बाद प्रशासन पर दबाव बढ़ा, ऐसे में अब केस की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को सौंपी गई है।

SIT टीम की अगुआई हबीबगंज CSP भूपेंद्र सिंह करेंगे। टीम में दो SI और एक ASI को शामिल किया गया है। इसमें कोलार थाने की SI स्वेता शर्मा मुख्य जांच अधिकारी होंगी। SIT केस में बरती गई लापरवाही की जांच करेगी।

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DIG ने कहा- दुष्कर्म की कोशिश और जानलेवा हमले की धाराएं बढ़ाई गईं
DIG इरशाद वली ने बताया कि 16 जनवरी को आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट की धाराओं में FIR दर्ज की गई थी। उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया। वह अभी जेल में है। उसकी दो बार जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है। इस केस में जांच के बाद दुष्कर्म की कोशिश और जानलेवा हमले की धाराएं बढ़ा दी गई हैं। SIT की जांच में तथ्य सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पीड़िता की आपबीती
भोपाल के कोलार इलाके में रहने वाली 24 साल की निक्की (बदला हुआ नाम) से 16 जनवरी को जेके हॉस्पिटल के पास सड़क किनारे दुष्कर्म की कोशिश की गई। निक्की ने विरोध किया तो आरोपी ने सिर पर पत्थर पटक दिया। धक्के से गिरी तो रीढ़ की हड्‌डी टूट गई। एम्स में ऑपरेशन हुआ, 42 टांके आए, लेकिन अब वो हिल भी नहीं सकती। पहली बार निक्की ने भास्कर को आपबीती सुनाई…

‘मैं 16 जनवरी की शाम करीब 7.30 बजे हर रोज की तरह ईवनिंग वॉक पर निकली थी। जेके हॉस्पिटल से दानिशकुंज चौराहे की ओर सड़क किनारे जा रही थी, तभी अस्पताल से करीब 200 मीटर आगे नर्सरी के पास सामने से एक लड़का आता दिखा। करीब आते ही उसने तेजी से धक्का मारा। मैं सीधे सड़क किनारे पांच फीट गहरी खंती में गिरी। रीढ़ की हड्‌डी टूट गई। मैंने जैकेट छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन उसने झटके से मुझे झाड़ियों में पटक दिया। वो मेरा शरीर नोंचने लगा, दांतों से काटने लगा। वो दुष्कर्म की कोशिश कर रहा था। मैं हाथ-पैर चलाकर बचती रही, लेकिन वो पीट रहा था।’

‘मैं चिल्लाई तो उसने पत्थर उठाकर सिर पर कई बार मारा। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं। एक पल लगा कि ये मुझे जिंदा नहीं छोड़ेगा, इसलिए जान बचाने के लिए गिड़गिड़ाई- तू रेप कर ले, नहीं चिल्लाऊंगी, न किसी को फोन करूंगी। लेकिन पत्थर मत मारो। थोड़ी सांस तो लेने दो। उसने पत्थर मारना बंद कर दिया, पांच मिनट तक शरीर से बदसलूकी करता रहा। मैं हेल्प-हेल्प चिल्लाई। शुक्र है कि मेरी आवाज वहां से निकल रहे एक युवक-युवती ने सुन ली। दोनों झाड़ियों में घुस आए। दरिंदा उन्हें देखते ही मुझे अधमरा छोड़ भाग गया।’

निक्की की पीठ पर बाहर से 20 और अंदर से 22 टांके लगे हैं।

निक्की की पीठ पर बाहर से 20 और अंदर से 22 टांके लगे हैं।

निक्की ने आगे बताया, ‘बेहोश होने के पहले सिर्फ इतना याद है कि उन दोनों ने किसी को फोन कर कार बुलाई और उसमें मुझे रखकर ले गए। वो मुझे एम्स लाए थे। मेरी रीढ़ की हड्‌डी टूट चुकी थी। सिर में गहरी चोट थी, कई टाकें भी आए। डॉक्टरों ने रीढ़ में रॉड लगाई है। ऑपरेशन तो हो गया, लेकिन मैं अपनी मर्जी से एक इंच भी नहीं हिल पाती हूं। कमर के नीचे का बायां हिस्सा पेरेसिस बीमारी से सुन्न हो गया है। बायां पैर बिना रुके हिलता रहता है। कम से कम अगले छह महीने का हर एक सेकंड बिस्तर पर ही गुजारना है।

जितना दर्द उस दरिंदे ने दिया, उतना ही अब पुलिस गुमराह कर रही है। कोलार पुलिस 17 जनवरी को एम्स पहुंची। उसने दानिशकुंज चौराहे के पास एक जूस सेंटर पर लगे कैमरे से CCTV रिकॉर्ड जब्त किया, जिसमें वो दरिंदा सामने से धक्का देते हुए दिख रहा है।’

‘पुलिस तीन दिन तक कहती रही कि आरोपी कोई परिचित ही होगा। लेकिन 20 दिन बाद अचानक उन्होंने बताया कि महाबली नगर के एक युवक ने गुनाह कबूल कर लिया है। उसे गिरफ्तार कर लिया, लेकिन आज तक उस शख्स को मुझे नहीं दिखाया। मैंने आरोपी की आवाज का ऑडियो मांगा, ताकि उसकी पहचान कर सकूं, लेकिन पुलिस ने ये भी नहीं दिया। ये जानलेवा हमला था, रेप की कोशिश थी, फिर भी पुलिस इसे सामान्य मारपीट का केस मान रही है।

मेरी मां व्हीलचेयर, स्ट्रेचर पर मुझे थाने ले जाने के लिए तैयार हैं, ताकि मैं आरोपी की पहचान कर सकूं, लेकिन पुलिस न तो आरोपी का फोटो दिखा रही है, न ही आमना-सामना करा रही है। मां ने बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मदद मांगी है। मैं चाहती हूं, उसने मुझे जितना दर्द दिया, वो उतने ही दर्द में तड़पे। इस साल दिवाली तक मैं नौकरी करती थी। मां को कोविड हुआ तो लौटना पड़ा। पहले नौकरी चली गई और फिर ये हादसा हो गया।’

पुलिस का बयान- छेड़छाड़ के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है
कोलार थाने के TI सुधीर अरजरिया ने कहा कि घटना वाली जगह के पास से एक एक्टिव मोबाइल नंबर मिला था, जो हरियाणा के किसी लड़के का था। लेकिन उस लड़के का इससे कोई संबंध नहीं निकला। उसके बाद हमने दूसरे लड़के को गिरफ्तार किया। जिसकी जानकारी चश्मदीद ने दी थी। छेड़छाड़ के उस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वह महाबली नगर का रहने वाला है।





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