पंजाब की टीम ने अभी हाल ही में अपना नाम बदलकर पंजाब किंग्स किया है. फोटो: @PunjabKingsIPL
Punjab Kings in IPL Auction: आईपीएल की नीलामी में सबसे ज्यादा निगाहें पंजाब की टीम पर थीं. क्योंकि इनके पर्स में सबसे ज्यादा रकम थी. इसके बावजूद टीम ने किसी ऐसे ऑलराउंडर पर दांव नहीं लगाया जो अकेले दम पर मैच का पांसा पलटने की ताकत रखता हो. पंजाब की टीम ने क्रिस मोरिस को खरीदने में रुचि दिखाई भी, लेकिन 14 करोड के पास जाकर बोली को छोड़ दिया.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 20, 2021, 1:12 PM IST
सबसे पहले बात पंजाब टीम के अंदर ऑलराउंडर खिलाड़ियों की. टीम ने बल्लेबाज और गेंदबाजी पर तो ध्यान दिया, लेकिन टीम के पास एक भी ऐसा ऑलराउंडर नहीं है जो अपनी बल्लेबाजी या गेंदबाजी के दम पर मैच को पलटने की क्षमता रखता हो. इस बार हर टीम ने एक ऑलराउंडर को शामिल करने पर जोर दिया. यही कारण रहा कि अफ्रीकी खिलाड़ी क्रिस मोरिस की बोली 16 करोड से ऊपर चली गई. ग्लेन मैक्सवेल भी पहले से अधिक दाम में बिके.
टीम ने ऑलराउंडर पर नहीं लगाया दांव
आईपीएल ऑक्शन से पहले पंजाब टीम के कप्तान केएल राहुल ने कहा था कि उन्हें टीम में एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज की जरूरत है जो टीम को मैच जिता सके. और एक तेज गेंदबाज की. ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने इंग्लैंड के खिलाड़ी डेविड मालान और तमिलनाडु के बल्लेबाज शाहरुख खान को खरीदकर इस कमी को पूरा करने की कोशिश की. लेकिन उन्हेांने अपना ध्यान ऑलराउंडर खिलाड़ी की ओर नहीं लगाया.पंजाब टीम के पास देखा जाए तो कोई भी बडा ऑलराउंडर मौजूद नहीं है. सभी टीमों के पास बडे बडे ऑलराउंडर मौजूद हैं, लेकिन पंजाब की टीम का हाथ इस मामले में तंग है. दीपक हुड्डा ने पिछले सीजन में कुछ मैचों में बल्लेबाजी में हाथ दिखाए थे, लेकिन उनका अभी पूरी तरह से ऑलराउंडर की भूमिका में आने का सफर लंबा होगा.
तेज गेंदबाज के लिए खर्च दिए 14 करोड
पंजाब की टीम को एक तेज गेंदबाज चाहिए था और उसने उसे खरीदा भी, लेकिन ये तेज गेंदबाज उसने काफी पैसे खर्च कर खरीदा. ये हैं झाय रिचर्डसन. इस तेज गेंदबाज को टीम ने 14 करोड रुपए में खरीदा. जबकि 1 करोड से कुछ ज्यादा की रकम में वह उमेश यादव जैसे गेंदबाज को खरीद सकती थी, जो मोहम्मद शमी के साथ मिलकर और मारक बनते. साथ ही टीम में एक विदेशी खिलाड़ी की जगह बना सकते थे.