आखिर धोनी से पहले किसी और दिग्गज ने क्यों नहीं दिखाया भरोसा?
कोई ये नहीं कह रहा है कि टेस्ट क्रिकेट के स्पेशलिस्ट माने जाने वाले खिलाड़ी पर ग्लैन मैक्सवेल की तरह हर साल टीमें भिड़ जायें लेकिन 50 लाख या 1 करोड़ में पुजारा जैसे खिलाड़ी को टीम में शामिल तो किया ही जा सकता था. ख़ासकर ये देखते हुए वीवीएस लक्ष्मण, प्रवीण आमरे, मोहम्मद कैफ और वसीम जाफर जैसे कई पूर्व भारतीय खिलाड़ी कोचिंग टीम का हिस्सा हैं. इन खिलाड़ियों को भी अपने करियर के दौरान सफेद गेंद के लिए अनफिट का तमगा लगा दिया जाता था. ऐसे में देर से सही टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक ऐसी पहल की जिससे ना सिर्फ उनकी फ्रैंचाइजी का भला हो सकता है बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी इसके दूरगामी लाभ हो सकतें हैं.
पुजारा को धोनी ने आईपीएल की दी लाइफ-लाइन
पुजारा को अगर धोनी ने ओपनिंग की ज़िम्मेदारी दी और उनका साथ देने के लिए रितुराज गायकवाड़ जैसा युवा खिलाड़ी साथ उतरे तो हैरान होने वाली बात नहीं होगी. वैसे भी चेन्नई को फैफ डूप्लेसी और खुद धोनी जैसे की बल्लेबाज़ों से ये समस्या नहीं होती है कि वो शुरुआत में जमने के लिए कुछ गेंद ज़्यादा लेते हैं. लेकिन, इसकी भरपाई में बाद में कर सकते हैं. कई मायनों में देखा जाए को पुजारा को धोनी ने आईपीएल की लाइफ-लाइन दी है. अगर पुजारा वही काम करने में कामयाब रहे जो चेन्नई के लिए शुरुआती सालों में एस बद्रीनाथ किया करते थे तो समझ लें कि चेन्नई का दांव बिलकुल कामयाब रहा. वैसे,बी धोनी यूं ही किसी खिलाड़ी पर दांव नहीं लगा देते हैं.
कोहली का दांव उन्हें बनायेगा पहली बार चैंपियन?
लेकिन, धोनी के विपरीत विराट कोहली किसी खिलाड़ी पर दांव लगाने में ज़रा भी वक्त नहीं गंवाते है. ख़ासकर, ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने उनके खिलाफ या उनकी टीम के खिलाफ कमाल दिखाया हो. आपको याद है ना कि कैसे एक आईपीएल मैच में बैंगलोर को कोलकाता नाइट राइडर्स के जिस आक्रमण ने 49 रनों पर ढेर कर दिया था तो अगरे ही साल पूरा का पूरा वही आक्रमण बैंगलोर के लिए खेल रहा था! ये अलग बात है कि वो आक्रमण उनकी टीम के लिए पूरी तरह से फ्लॉप रहा. हम बात कर रहे हैं नाथन कुल्टर नाइल, उमेश यादव, कोलिन डी ग्रैंडहोम, और क्रिस वोक्स की चौकड़ी का. न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाज़ काइल जेमिसन को ऑक्शन में दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर आरसीबी में शामिल करवा कर कोहली ने एक बार फिर से वैसे ही फैसले की झलक दिखायी है.2020 में ही कोहली ने जेमिसन को शामिल करने की ठान ली थी!
ये सही है कि न्यूजीलैंड के इस पेसर में प्रतिभा है और इन्होंने पिछले साल भारत के ख़िलाफ़ शानदार खेल दिखाया था और ना सिर्फ कोहली बल्कि टीम इंडिया को प्रभावित किया था. मुझे याद है कि उस दौरे पर मैं भी टीम इंडिया के साथ न्यूजीलैंड में था और जब जेमिसन अपनी पहली प्रेस क्रॉन्फ्रेंस करके कमरे से बाहर जा रहे थे जो कोहली अपनी प्रेस क्रान्फ्रेंस के लिए अंदर आ रहे थे. भारतीय पत्रकारों को देखकर कोहली ने मज़ाक में ही कहा-अपनी टीम में ही शामिल कर लेता हूं, है ना! हमलोग भी मुस्कराये और कहा कि अरे इंडियन टीम ना सही आईपीएल में तो हो ही सकता है. कोहली ने भले ही ये बात उस वक्त यूं ही शायद कह डाली और गंभीरता से हमने नहीं लिया तो वो खुद क्या लेते लेकिन अब शायद लगता है कि कोहली के दिलो-दिमाग पर जेमिसन छा गए थे. क्योंकि दौरे के हर मैच में जेमिसन छाये रहे. लेकिन, कीवी गेंदबाज़ कोहली की उम्मीदों पर खरा उतर पायेंगे? न्यूजीलैंड के बाहर जेमिसन ने कोई क्रिकेट ने नहीं खेली और भारत का अनुभव तो उन्हें बिल्कुल नहीं है और उस पर से चिन्नास्वामी के बल्लेबाज़ी वाली पिचों पर आधे मैचों में गेंदबाजी करना बड़े–बड़े सूरमाओं के आकंड़े ख़राब कर देने के लिए काफी है.
पुजारा लगायेंगे धोनी के लिए छक्के, जेमिसन होंगे कोहली के तुरुप के इक्के
धोनी जितना संयम से अपने खिलाड़ी पर भरोसा रखते हैं उन्हें लगातार मौके देते हैं, कोहली ठीक उसके उलट जितनी जल्दी भरोसा देते हैं उससे भी जल्दी भरोसा खो देतें है. 2013 से उनकी कप्तानी के दौर में बैंगलोर ने जितने खिलाड़ी और कोच को बदला है उसकी मिसाल आपको आईपीएल में शायद देखने को ना मिले. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या धोनी के लिए पाजार तुरुप का इक्का साबित होंगे या फिर पहली बार कोहली के ऐसे साहसी और दूरगामी फैसले पर हर कोई आईपीएल 2021 के बाद तालियां बजाता नज़र आयेगा!
विमल कुमार
न्यूज़18 इंडिया के पूर्व स्पोर्ट्स एडिटर विमल कुमार करीब 2 दशक से खेल पत्रकारिता में हैं. Social media(Twitter,Facebook,Instagram) पर @Vimalwa के तौर पर सक्रिय रहने वाले विमल 4 क्रिकेट वर्ल्ड कप और रियो ओलंपिक्स भी कवर कर चुके हैं.
First published: February 20, 2021, 9:34 AM IST