दीक्षांत समारोह: विक्रम में भारतीय ज्ञान-विज्ञान, शिक्षा व अनुसंधान केंद्र और 100 से ज्यादा कोर्स शुरू कर रहे -राज्यपाल

दीक्षांत समारोह: विक्रम में भारतीय ज्ञान-विज्ञान, शिक्षा व अनुसंधान केंद्र और 100 से ज्यादा कोर्स शुरू कर रहे -राज्यपाल


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उज्जैन5 घंटे पहले

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समारोह में डिग्री लेने के लिए आई छात्राओं को एक ड्रेस कोड में बुलाया गया था। उन्होंने पगड़ी उछालकर खुशी का इजहार किया।

  • 2018-19 के 305 विद्यार्थियों को मिली उपाधियां, शोभायात्रा के रूप में पहुंचीं कुलाधिपति

विक्रम विश्वविद्यालय में भारतीय ज्ञान-विज्ञान, शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र की स्थापना करेंगे। आने वाले सत्र से विभिन्न अध्ययनशालाओं, इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉरेंसिक, फूड टेक्नालॉजी, हार्टिकल्चर और मत्स्य पालन जैसे 100 से ज्यादा कोर्स शुरू किए जा रहे हैं।

राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को विक्रम विश्वविद्यालय के 24वें दीक्षांत समारोह में यह बात कही। उन्होंने 305 विद्यार्थियों को वर्ष 2018-19 की पीएचडी उपाधि, स्नातक वर्ष 2018-19 की उपाधि और स्नातकोत्तर वर्ष 2018-19 की उपाधि और मेडल प्रदान किए।

​समारोह स्थल स्वर्ण जयंती सभागृह में राज्यपाल अकादमिक शोभायात्रा के साथ पहुंचीं। वाग्देवी के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह की शुरुआत हुई। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा हमें नई शिक्षा नीति को स्वीकार करने का सुयोग प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने कहा राष्ट्ररूपी नौका का खिवैया युवा वर्ग ही होता है।

विवि क्षेत्राधिकार में आते हैं 188 कॉलेज
कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा विवि का क्षेत्राधिकार सात जिलों में फैला है, जिसमें 188 महाविद्यालय और 14 शोध केंद्र हैं। वर्तमान में विवि में 31 अध्ययन केंद्र हैं। सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, राजेश सिंह कुशवाह, सचिन दवे, ममता बैंडवाल और डॉ. विनोद यादव सहित संकायाध्यक्ष, छात्र मौजूद थे। संचालन कुलसचिव डॉ. उदय नारायण शुक्ल ने किया।

346 ने कराया पंजीयन, 41 नहीं आए
2018 और 2019 के 346 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। इनमें 34 स्नातक, 70 स्नातकोत्तर गोल्ड मेडल प्राप्तकर्ता और 242 पीएचडी उपाधि प्राप्तकर्ता हैं। समारोह में स्नातक, स्नातकोत्तर गोल्ड मेडल प्राप्तकर्ताओं में से 6 और पीएचडी प्राप्तकर्ताओं में से 35 नहीं आए। कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया इनमें 79 फीसदी छात्राएं हैं।



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