गड़बड़ी: बाघों के बाड़े के लिए आई फेंसिंग जाली का उपयोग पुलिया बनाने में किया

गड़बड़ी: बाघों के बाड़े के लिए आई फेंसिंग जाली का उपयोग पुलिया बनाने में किया


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देवरीकलां2 मिनट पहले

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  • नौरादेही रेंज की ईश्वरपुर बीट का मामला, बिना स्वीकृति के बनाई पुलिया

मध्य प्रदेश के सबसे बड़े नौरादेही अभ्यारण में जबसे टाइगर प्रोजेक्ट लागू हुआ है और सरकार द्वारा अभ्यारण में विभिन्न योजनाओं के तहत करोड़ों रुपए की लागत से कार्य कराए जा रहे हैं और पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। जिसमें भ्रष्टाचार की बातें भी सामने आईं हैं। जिम्मेदार अब निर्माण कार्य के लिए स्वीकृति लेना जरूरी नही समझ रहे हैं।

ताजा मामला नौरादेही रेंज के आर एफ 257 ईश्वरपुर बीट के अंतर्गत टुटेला की पुलिया का है जो बिना स्वीकृति के बना दी गई। अब अधिकारी कहते है कि अभी उस पुलिया का भुगतान नहीं हुआ और करीब 2 लाख 6 हजार रुपए की लागत से बिना स्वीकृति के इस पुलिया को बना दिया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि अधिकारी अपनी मंशा से किस तरह सरकार के पैसे का दुर्पयोग करते हैं। हालांकि डिप्टी रेंजर कहते है कि बिना स्वीकृति के यह पुलिया बनाई दी गई है जिससे इसका भुगतान नहीं हुआ है जिसकी जांच चल रही है।

इस पुलिया को बनाने के लिए बाघ वाड़े के लिए आई फेंसिंग जाली का उपयोग किया गया है। जाली लगाकर पत्थरों को बांधा गया, अब पत्थर खिसकने लगे है। यह भ्रष्टाचार का उदाहरण है। लेकिन वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी इस मामले में चुप्पी साधे हैं। एक डिप्टी रेंजर दावा करते हैं कि कोई भ्रस्टाचार नहीं हुआ है काम पूरी ईमानदारी से किया गया है। गौरतलब है कि नोरादेही रेंज में इस प्रकार अनेकों निर्माण कार्य कराए गए है उनकी भी जांच पारदर्शिता के साथ होना चाहिए। इस मामले में एक शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत करने का प्रयास किया गया था लेकिन मामले को दबा दिया गया और शिकायत रफा दफा करा दी गई।

जांच चल रही है
यह पुलिया दो लाख छः हजार रुपए की लागत से बानाई गई है इसका भुगतान अभी नहीं हुआ है क्योंकि इसकी स्वीकृति नहीं थी जिसकी जांच चल रही है।
-संदीप श्रीवास्तव, डिप्टी रेंजर नोरादेही सर्किल



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