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इंदौर4 मिनट पहले
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दो नवजातों को एमवायएच विभाग की पीडियाट्रिक्स विभाग की नर्सरी में रखा गया है।
एमवाय अस्पताल में रविवार देर रात एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया। डॉक्टरों ने बहुत ही सुरक्षित तरीके से करीब 15 मिनट में तीनों बच्चों की सामान्य डिलेवरी करवाई। तीनों ही नवजात बच्चियां हैं। प्री मैच्योर प्रसूति होने से एक बच्ची की हालत नाजुक है, जिसे वंटिलेटर पर रखा गया है। वहीं, दो की हालत सामान्य है।
मिली जानकारी अनुसार भूरी टेकरी की रहने वाली 19 साल की राधाबाई ने रविवार रात को महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में तीन बच्चों को जन्म दिया है। गरीब परिवार की राधाबाई को दर्द होने पर परिजन रात में पीसी सेठी अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां डॉक्टरों ने चेक करने के बाद उसे एमवायएच रैफर किया गया। महिला रात सवा 10 बजे के करीब एमवायएच पहुंचीं। जहां एमवायएच की स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुमित्रा यादव ने तत्काल उसे डिलेवरी के लिए रूम में शिफ्ट करवाया। डॉ. यादव ने बताया कि हमने नाॅर्मल तरीके से डिलेवरी करवाने की प्रक्रिया शुरू की। करीब 15 मिनट में डिलेवरी करवाई गई। पहला बच्चा 10.37 बजे, दूसरा बच्चा 10.43 बजे और तीसरा बच्चा 10. 47 बजे हुआ।
डाॅ. सुमित्रा यादव ने बताया कि वैसे तो सामान्यतौर पर 40 हफ्ते पूरे होने पर डिलेवरी होती है, लेकिन राधाबाई की प्री मैच्योर डिलेवरी हुई है। 28 हफ्ते में ही उसकी प्रसूति होने से नवजातों को विशेष देखभाल की जरूरत है। दो बच्चियां तो सामान्य हैं, लेकिन एक की हालत नाजुक है। एक नवजात को वेंटीलेटर पर और दो को एमवायएच विभाग की पीडियाट्रिक्स विभाग की नर्सरी में रखा गया है।
डॉक्टर के अनुसार महिला एनीमिक थी। ऐसे रक्त का बहाव ज्यादा होता है। इस कारण उसे खून भी चढ़ाना पड़ा। महिला की हालत ठीक है। उन्होंने बताया कि सोनोग्राफी में राधाबाई को जुड़वा बच्चे होने की बात पता चली थी। जब हमने जुड़वा बच्चों की डिलेवरी करवाई तो हमें लगा कि अभी भीतर कुछ और है, ऐसे में हमने सतर्कता बरती और करीब 5 मिनट बाद एक और बच्ची का जन्म हुआ। उनके अनुसार वे पहले भी यहां इस प्रकार की डिलेवरी करवा चुकी हैं। एक केस का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि कुछ सालों पहले तो उन्होंने तीन बच्चाें की डिलेवरी करवाई थी, तीनों का वजन मिलाकर करीब 6 किलो था।