तीन दिन पहले पूर्व सीएम कमलनाथ इंदौर में लिफ्ट हादसे का शिकार हो गए थे.
Bhopal : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इंदौर के डीएनएस (DNS) अस्पताल में भर्ती वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामेश्वर पटेल को देखने पहुंचे थे. उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता लिफ्ट में ऊपर जाने के लिए सवार हुए तभी लिफ़्ट अचानक से नीचे गिर पड़ी और लिफ्ट के दरवाजे लॉक हो गए थे.
इस समिति में 6 सदस्य शामिल हैं. लोक निर्माण विभाग के परियोजना संचालक अखिलेश अग्रवाल को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है जबकि पांच अन्य सदस्य समिति में शामिल हैं.यह समिति 15 दिन के भीतर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को अपनी रिपोर्ट देगी. 3 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इंदौर में लिफ्ट हादसे में बाल बल बच गए थे. जिसके बाद यह मुद्दा विधानसभा में भी उठा था.
विधानसभा में उठा था मुद्दा
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ का इंदौर में लिफ्ट हादसे में बाल बाल बचना विधानसभा में चर्चा का विषय बना गया था.नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ जैसे ही अध्यक्ष गिरीश गौतम के सम्मान में अपना पक्ष रखने के लिए खड़े हुए थे तो सबसे पहले उन्होंने यही कहा था कि वह सदन में आने की स्थिति में नहीं थे क्योंकि इंदौर में लिफ्ट हादसे में उनकी गर्दन में चोट लगी है. लेकिन आसंदी के सम्मान की वजह से वह सदन में आये. कमलनाथ ने मांग की थी कि सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि आगे भविष्य में ऐसे हादसे ना हों. कमलनाथ की ओर से लिफ्ट हादसे रोकने के लिए टेक्निकल कमेटी बनाने की मांग भी की गई थी.सीएम ने लिया था एक्शन
उधर जैसे ही कमलनाथ ने लिफ्ट हादसे का जिक्र किया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी.साथ ही यह भी सदन में बताया था कि उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और वह कमलनाथ के स्वस्थ रहने की कामना करते हैं. कमलनाथ की ओर से लिफ्ट हादसों को रोकने के लिए टेक्निकल कमेटी बनाने की मांग पर मुख्यमंत्री ने सदन में ही कमेटी बनाने का ऐलान भी कर दिया था.
क्या हुआ था ?पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इंदौर के डीएनएस अस्पताल में भर्ती वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामेश्वर पटेल को देखने पहुंचे थे. उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता लिफ्ट में ऊपर जाने के लिए सवार हुए तभी लिफ़्ट अचानक से नीचे गिर पड़ी और लिफ्ट के दरवाजे लॉक हो गए थे. करीब 10 से 15 मिनट बाद बमुश्किल औज़ार ढूंढ कर लिफ्ट का लॉक खोला गया.जिस वक्त अस्पताल की लिफ्ट हादसे का शिकार हुई उस वक्त पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक विशाल पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी थे.इसके अलावा कमल नाथ के सुरक्षा जवान भी मौजूद थे.