अहमदाबाद टेस्ट में इंग्लैंड सिर्फ एक स्पिनर के साथ उतरा है, पिच को देखतेे हुए उसका ये फैसला गलत साबित हो सकता है.
IND vs ENG Pink Ball Test: भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजों के चलने की उम्मीद थी, लेकिन पिच टर्न लेने वाली साबित हुई. स्पिनरों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया. इस तरह देखा जाए तो भारत के द्वारा तीन स्पिनर उतारने का फैसला सही साबित हुआ.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 24, 2021, 5:35 PM IST
मोटेरा में टॉस इंग्लैंड ने जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी. टीम को पहली कामयाबी ईशांत शर्मा ने दिलाई. 6 ओवर खत्म होने के बाद 7वां ओवर जब अक्षर पटेल ने शुरू किया. सामने जॉन बेयरस्टॉ थे. पहली ही गेंद को बेयरस्टॉ समझ नहीं पाए और एलबीडब्ल्यू हो गए. हालांकि उन्होंने डीआरएस लिया, लेकिन इसका उन्हें फायदा नहीं हुआ और जॉनी को वापस लौटना पडा.
तीसरे टेस्ट में पहले 7 विकेट में से 6 विकेट स्पिनरों के खाते में गए हैं. सिर्फ एक विकेट ईशांत शर्मा ने लिया है. अक्षर पटेल ने 4 और अश्विन ने 2 विकेट अपने नाम किए हैं.
कोलकाता टेस्ट में तब नहीं मिले थे एक भी विकेट 2019 में भारत में कोलकाता में पहला डे नाइट टेस्ट मैच हुआ था. बांग्लादेश के खिलाफ हुए इस मैच में भारत की ओर से सभी 20 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए थे. स्पिनर अश्विन और जडेजा को एक भी सफलता नहीं मिली थी, उस समय दोनों खाते में सिर्फ 7 ओवर आए थे.
किसके लिए बेहतर डे नाइट टेस्ट मैच
डे नाइट टेस्ट मैच होते हुए अभी बस 6 साल ही हुए हैं. इसमें अब तक 15 टेस्ट मैच हुए हैं. इन मैचों में अब तक तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा है. इन मैचों में 24.47 की औसत से 354 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए हैं. वहीं स्पिनरों के खाते में 115 विकेट आए हैं. अगर कोलकाता टेस्ट की बात की जाए तो उस मैच में दोनों पारियों में सभी 20 विकेट भारत के तेज गेंदबाजों ने ही लिए. स्पिनरों आर अश्विन और रविंद्र जडेजा के हाथ में सिर्फ 7 ओवर आए. इसमें भी उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.