श्रीलंका के ओपनर उपुल थरंगा ने लिया संन्यास, 2019 में खेला था आखिरी मैच

श्रीलंका के ओपनर उपुल थरंगा ने लिया संन्यास, 2019 में खेला था आखिरी मैच


बाएं हाथ के बल्लेबाज थरंगा वनडे क्रिकेट में अधिक सफल रहे (Upul Tharanga/Instagram)

उपुल थरंगा ने अपने 15 वर्ष के करियर में उन्होंने थोड़े समय के लिए श्रीलंकाई टीम की कमान भी संभाली थी. 36 साल के उपुल थरंगा 2017 में जुलाई से नवंबर तक कप्तान थे.

कोलंबो. श्रीलंका के अनुभवी सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा (Upul Tharanga) ने मंगलवार (23 फरवरी) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. अपने 15 वर्ष के करियर में उन्होंने थोड़े समय के लिए श्रीलंकाई टीम की कमान भी संभाली थी. 36 साल के उपुल थरंगा 2017 में जुलाई से नवंबर तक कप्तान थे. उन्होंने श्रीलंका के लिए आखिरी बार 2019 के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेला था.

उपुल थरंगा ने ट्वीट किया ,” मैने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया है.” थरंगा ने श्रीलंका के लिए 31 टेस्ट खेलकर 21. 89 की औसत से 1754 रन बनाये जिसमें तीन शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने अहमदाबाद में दिसंबर 2005 में भारत के खिलाफ पहला टेस्ट खेला और आखिरी टेस्ट भी 2017 में भारत के ही खिलाफ खेला था.

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बाएं हाथ के बल्लेबाज थरंगा वनडे क्रिकेट में अधिक सफल रहे, जिसमें उन्होंने 235 मैचों में 33. 74 की औसत से 6951 रन बनाए. इसमें 15 शतक और 37 अर्धशतक शामिल थे. उन्होंने 26 टी20 मैचों में 407 रन भी बनाए. उपुल थरंगा ने कहा, ”हर अच्छी चीज का अंत होता है और अब मेरे लिए भी 15 बरस के अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर पर विराम लगाने का समय आ गया है.”IND vs ENG: विराट कोहली ने किया कुछ ऐसा, ICC ने पूछा- ऐसा क्या है जो आप नहीं कर सकते?

उन्होंने कहा, ”इस सफर में अच्छी यादें बनी और गहरी दोस्ती भी. मैं श्रीलंका क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसने हमेशा मुझ पर भरोसा जताया. मैं क्रिकेटप्रेमी प्रशंसकों, दोस्तों और अपने परिवार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं.”

बता दें कि उपुल थरंगा का नाम पिछले दिनों श्रीलंकाई अखबार द मॉर्निंग की उस रिपोर्ट का भी हिस्सा था, जिसमें तकरीबन 15 श्रीलंकाई क्रिकेटरों के देश छोड़कर अमेरिका जाने की बात कही गई थी. इन सभी खिलाड़ियों के मार्च तक अमेरिका जाने की बात रिपोर्ट में कही गई है. ये क्रिकेटर अपने देश में सही मौके न मिलने और आर्थिक तौर पर भी अच्छा समर्थन न मिलने से हताश हैं और नए विकल्प तलाश रहे हैं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि थरंगा के रिटायरमेंट के पीछे एक बड़ी वजह यह भी हो सकती है.








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