पुलिस ने भोपाल में बड़ा ड्रग्स रैकेट पकड़ा है.
प्रखर इंजीनियरिंग स्टूडेंट है. वह लाखों की ड्रग्स मंगाता और युवाओं को बेच देता. वह टेक्नोलॉजी का जबरदस्त इस्तेमाल करता और उसके ऑर्डर देने-लेने का तरीका भी अलग ही है. पुलिस उससे पूछताछ कर ड्रग्स के गिरोह की तह जानने की कोशिश कर रही है.
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February 25, 2021, 3:30 PM IST
पुलिस को सूचना मिली थी कि कि प्रखर नाम का लड़का अपने दो साथियों के साथ इंद्रपुरी इलाके में संदिग्ध अवस्था में घूम रहा है. इस सूचना पर पुलिस ने टीम बनाई और इन लड़कों घेर लिया. पुलिस ने बीमा अस्पताल के पास से प्रखर सिंह, ऋत्विक कौशल और आयुष मनवानी को पकड़ा.
7-10 लाख रुपए की ड्रग्स बरामद
पुलिस ने जब इनकी तलाशी ली तो आरोपीयों के कब्जे से नशे में प्रयोग होने वाले प्रतिबंधित मादक पदार्थ 100 LSD के स्टेम्प, 100 नग XTC/MDMA के Tablet, 5 ग्राम MD मिले. इसकी बाजार में कीमत 7-10 लाख रुपए होगी. गौरतलब है कि भोपाल में ड्रग्स के नशे का कारोबार बढ़ता ही जा रहा है.इंजीनियर स्टूडेंट है मैन सप्लायर
पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रखर सिंह मादक पदार्थ का प्रमुख सप्लायर. यह मेकेनिकल इंजीनियर है. प्रखर वह इंटरनेट कैफे पर जाकर डार्कनेट को एक्सेस करता था और मादक पदार्थ ऑर्डर करता था. ऑर्डर करने के लिए वह सिंगल टाईम यूज ई-मेल एड्रेसेस बनाता था और उस पर एन्क्रिप्टेड मैसेजेस द्वारा बेचने वाले से सम्पर्क स्थापित करता था. इसके लिए वह करेंसी बदलकर डॉलर एवं बिटक्वाइन के माध्यम से पैसा ऑनलाईन भुगतान करता था.
इस तरह मिलती थी डिलेवरी
ऑर्डर किए गए मादक पदार्थ को डिलेवरी करने वाला शख्स किसी सुनसान जगह पर ड्रग्स रखकर एन्क्रिप्टेड मैसेज से मेल के द्वारा डिलेवरी स्थान की जानकारी देता था. आरोपी उस स्थान से माल उठाकर ऋत्विक कौशल और आयुष मनवानी के जरिये रेव पार्टियां और कॉलेज के छात्रों तक पहुंचाता था. आरोपियों से LSD, XTC/MDMA नामक ड्रग्स भोपाल में पहली बार जब्त की गई है.