गरीबों के राशन पर डाला था डाका: राशन माफिया श्याम दवे की संपत्ति कुर्क, बकाया जमा नहीं किया तो 12 मार्च को होगी नीलाम, परिवार के 12 सदस्य राशन लूट में शामिल

गरीबों के राशन पर डाला था डाका: राशन माफिया श्याम दवे की संपत्ति कुर्क, बकाया जमा नहीं किया तो 12 मार्च को होगी नीलाम, परिवार के 12 सदस्य राशन लूट में शामिल


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इंदौर5 मिनट पहले

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गरीबों का राशन डकारने वाले ये तीन हैं मुख्य आरोपी।

जिला प्रशासन ने जिले के सबसे बड़े राशन माफिया श्याम दवे की संपत्ति कुर्क कर ली। गरीबों का राशन हड़पने के आरोप में दवे के खिलाफ वसूली निकाली गई थी। समयसीमा में पैसा जमा नहीं कराया तो 12 मार्च को संपत्ति नीलाम कर राशि वसूली जाएगी। कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जांच में सामने आया है कि परिवार के 12 सदस्य राशन लूट में शामिल हैं।

लाॅकडाउन में गरीबों के लिए आया राशन दवे ने खुले बाजार में बेच दिया था, जबकि गरीब लोग राशन के लिए लाॅकडाउन में सड़कों पर भटकते रहे। इन्होंने दान का राशन, भोजन के पैकेट के भरोसे लाॅकडाउन में दिन गुजारे। श्याम के बेटे और अन्य परिजन भी इस कालाबाजारी में शामिल हैं। इस मामले के आरोपी श्याम पिता बालकृष्ण दवे पर अर्थदंड अधिरोपित किया था। इस राशि की वसूली के लिए मोती तबेला स्थित प्लाॅट क्रमांक 20/3 के एक हजार वर्गफीट में बने पक्के भवन को प्लाॅट सहित कुर्क किया गया। अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने बताया बकाया राशि नहीं देने पर उक्त संपत्ति की नीलामी 12 मार्च को दोपहर 3 बजे कलेक्टोरेट के कक्ष क्रमांक-115 में होगी।

परिवार के 12 सदस्य राशन लूट में शामिल
गरीबों का अनाज लूटकर राशन माफिया बने दवे परिवार के इस घोटाले में 12 सदस्य शामिल हैं। भरत और श्याम दवे ने एक-एक कर परिवार के बहू, बेटे, भाभी, भतीजे, भांजे सभी को विविध सहकारिता उपभंडार में पदाधिकारी और उचित मूल्य की दुकान में विक्रेता बनाकर इस घोटाले को अंजाम दिया। इससे हुई करोड़ों की काली कमाई को रियल सेक्टर में लगाकर मल्टियां बनाई और अन्य कारोबार में पैसा लगाया।

10 करोड़ की प्रॉपर्टी की जानकारी मिली
प्रशासन की शुरुआती जांच में 10 करोड़ की प्रॉपर्टी की जानकारी सामने आ चुकी है। संपत्तियों की जांच में कलेक्टोरेट के आसपास ही इनकी पांच मल्टियां और एक प्लॉट सामने आ चुका है, जिसकी कीमत पांच करोड़ के करीब बताई जा रही है। यह मल्टियां श्याम दवे की हैं और यहां पर किराए से दुकानें संचालित हो रही हैं। इसके अलावा किराएदार भी रह रहे हैं। इसी परिवार के एक सदस्य धर्मेंद्र पुरोहित की पीर गली के पास तीन मल्टियां होना बताया जा रहा है। भरत दवे के एक रिश्तेदार अशोक और उसकी पत्नी अंजू द्वारा बिसनावदा में ईंट-भट्टे का भी लंबा-चौड़ा कारोबार होना बताया जा रहा है। हालांकि भरत दवे के अभी केवल सुदामा नगर में एक मकान का ही पता चला है।

भ्रष्टाचार में भाई, पत्नी, बेटे, बहू सभी को जोड़ लिया

  • रिश्तेदारी में कुल पांच भाई : भरत, श्याम, अनिल, अशोक और नरेंद्र दवे
  • ​​​​नरेंद्र दवे : अभिनय श्री महिला सहकारी भंडार में इसकी पत्नी विजया उपाध्यक्ष।
  • अशोक दवे : श्री मां बिजासन प्राथमिक भंडार में इसका बेटा अमित दवे विक्रेता।
  • अनिल दवे : अभिनय श्री महिला सहकारी उपभंडार में इसकी पत्नी कांतादेवी अध्यक्ष।
  • श्याम दवे : इसका बेटा धीतेश दवे छात्र सहकारिता उपभंडार में विक्रेता। साला धर्मेंद्र श्री मां बिजासन प्राथमिक सहकारिता उपभंडार में अध्यक्ष। भांजा राजेश पालीवाल अभिनय श्री महिला सहकारी उपभंडार में विक्रेता।
  • भरत दवे : भाइयों को राशन दुकानों में लिंक किया। पत्नी भारती देवी की खाद्य फैक्टरी पर पहले ही छापा डल चुका और इसमें एफआईआर दर्ज हो चुकी।

कमीशन से होती 8 हजार प्रतिमाह की कमाई, लेकिन घोटाले से 40 हजार हर माह कमाए
उचित मूल्य की सरकारी दुकान संचालित करने के लिए शासन द्वारा हर दुकान संचालक को प्रति क्विंटल अनाज वितरण के लिए 70 रुपए का कमीशन दिया जाता है। एक दुकान द्वारा हर माह औसतन 120 क्विंटल अनाज का वितरण किया जाता है, यानी हर दुकानदार को औसतन आठ से नौ हजार रुपए के बीच की कमाई होती है। राशन माफिया ने अपनी कमाई बढ़ाने के लिए इस अनाज को चुराकर बाजार में बेचने का धंधा शुरू कर दिया। घोटाले की जांच में सामने आया है कि औसतन हर दुकान से करीब 20 क्विंटल अनाज यानी आवंटित अनाज का करीब 15 से 20 फीसदी डायवर्ट कर बाजारों में बेचा गया है, जिसकी औसत कीमत 40 से 50 हजार रुपए प्रति माह होती है। इस तरह राशन माफिया ने हर माह इन दुकानों से हजारों रुपए का घोटाला किया।

आठ तरह… की संपत्तियां जांच में मिली

  • धनेश पिता श्याम दवे : 8/1 मोती तबेला, एक मकान
  • प्रेमलता पति श्याम दवे : 13/3, मोती तबेला, दो मंजिला मकान
  • प्रेमलता दवे पति श्याम दवे : 11/1, सिंघे कॉम्प्लेक्स
  • भरत दवे : मकान नंबर 3121, सेक्टर ई सुदामानगर
  • श्याम दवे पिता बालकृष्ण दवे : 19/3, मोती तबेला, तीन मंजिला मल्टी
  • प्रेमलता पति श्याम दवे व धीतेश दवे पिता श्याम : 18/3, मोती तबेला, तीन मंजिला मल्टी
  • श्याम दवे पिता बालकृष्ण दवे : 20/3, मोती तबेला, तीन मंजिला मकान
  • भारती दवे पति भरत दवे : मकान नंबर 3121, सेक्टर ई सुदामानगर



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