70 करोड़ की एमडी ड्रग्स मामला: कोरोना काल में इम्युनिटी पावर बढ़ाने की दवा बताकर बेचीं एमडी ड्रग्स,100 से अधिक लोगों को बनाया शिकार

70 करोड़ की एमडी ड्रग्स मामला: कोरोना काल में इम्युनिटी पावर बढ़ाने की दवा बताकर बेचीं एमडी ड्रग्स,100 से अधिक लोगों को बनाया शिकार


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इंदौर4 घंटे पहले

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क्राइम ब्रांच ने पकड़ा ड्रग्स मामले में रईस

70 करोड़ की एमडी ड्रग्स मामले में एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि कोरोना काल में इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाली दवा बताकर एमडी ड्रग्स को बड़ी मात्रा में इंदौर में सप्लाई किया गया था। कई बस्तियों में छोटे-छोटे बच्चों को ड्रग तस्करों ने नशे का आदी बना दिया है। अब तक इस मामले में कड़ियां जोड़ते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने 27 लोगों को गिरफ्तार किया है।

कार्रवाई में पकड़ाया सदर बाजार का रईस पूरे कोरोना काल में कोरोना से बचाव की दवाई (इम्युनिटी पावर) बताते हुए ड्रग बेचता रहा। क्राइम ब्रांच द्वारा कोर्ट में पेश किए जाने वाले चालान में इस बात का जिक्र किया जा रहा है। पहले विजय नगर पुलिस ने सागर जैन उर्फ सैंडो की गैंग पर बांग्लादेशी युवतियों से देह व्यापार कराने के मामले में कार्रवाई की थी। इसके बाद पुलिस ने इस धंधे से जुड़ी महिलाओं और अन्य को भी आरोपी बनाया था।

इसी बीच क्राइम ब्रांच के हाथ 70 करोड़ की एमडी ड्रग्स लगी थी, जिसमें अग्रवाल परिवार के पिता-पुत्र और एक अन्य सहित हैदराबाद के दवा कारोबारी तक क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची थी। कार्रवाई यहीं नहीं थमी, इंदौर में भी कई लोगों को ड्रग सप्लाय के मामले में गिरफ्तार किया था। जिस रईस को पुलिस ने पकड़ा उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने इंदौर की कई बस्तियों समेत होटलों और पार्टियों के लिए ड्रग सप्लाय की चेन बनाई थी। कहा जा रहा है कि रईस ने पूरे कोरोना काल में ड्रग्स बेची। उसने अपनी चेन के माध्यम से कुछ युवाओं को ड्रग्स यह कहते हुए बिकवाई कि कोरोना की यह कारगर दवाई है। इससे इम्युनिटी पावर भी बढ़ता है।

क्राइम ब्रांच के सूत्रों की माने तो कोरोना काल के दौरान एम डी ड्रग्स बड़ी मात्रा में इंदौर में खपाई गई । खासतौर पर मुस्लिम बस्तियों में ड्रग्स का बड़ा कारोबार किया गया। इन बस्तियों में युवाओं और बच्चों को यह झांसा दिया गया कि यह दवाई है जो कोरोना से लड़ने के लिए इम्युनिटी पावर बढ़ाती है । इस झांसे में आकर कई लड़के और बच्चे ड्रग्स का सेवन करने लग गए थे। सूत्रों की माने तो क्राइम ब्रांच के पास 100 से ज्यादा लड़कों के नाम है जो नशे की लत में आए थे। टीम उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हुई है जिन्होंने इसे कारोबार बना दिया था। फिलहाल सदर बाजार इलाके से तीन और लड़कों को पूछताछ के लिए पकड़ा गया था हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया । अब भी कुछ और नशा सप्लायस की तलाश टीम को है ।

यह है मामला

क्राइम ब्रांच ने 5 जनवरी को 5 आरोपियों से 70 करोड़ रुपए की 70 किलो MDMA ड्रग्स बरामद की थी। इनके पास से 13 लाख रुपए नकद भी बरामद हुए थे। आरोपी तेलंगाना और मप्र के रहने वाले हैं। आरोपी ड्रग्स की खेप देने और टोकन मनी लेने के लिए एकत्रित हुए थे। आरोपियों की माने तो वे ट्रेन, प्लेन, बस, ट्रक ट्रांसपोर्ट और निजी कार हर प्रकार से ड्रग्स लाते थे। ये इतने शातिर हैं कि ट्रांसपोर्ट से ड्रग्स भेजते समय वे पैकेट में मुर्गी दाना पाउडर या बीमारियों के वैक्सीन का पाउडर बताते थे। इस मामले में अब तक 27 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

एमडी ड्रग्स मामले में पूर्व में मुंबई से दो आरोपी अय्यूब इब्राहिम कुरैशी और वसीम खान को मुंबई से पकड़ा था। इनमें एक 1993 के मुंबई ब्लास्ट में सजा काट चुका है, जबकि दूसरा टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार हत्याकांड में शामिल अबू सलेम गैंग का सदस्य रहा था।



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